News18 : Aug 27, 2020, 07:08 AM
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terrorist Attack) को अंजाम देने के लिए जैश-ए- मोहम्मद (JEM) के सरगना मसूद अजहर के भतीजे मोहम्मद उमर फारूक (Umer Farooq) के पाकिस्तान के बैंक खाते में दस लाख रुपये भेजे गए थे। पिछले वर्ष फरवरी में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 कर्मी शहीद हो गए थे। यह जानकारी एनआईए ने अपने आरोप पत्र में दी है।
फारूक के अकाउंट में आए पैसेअधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में पता चला है कि फारूक के पाकिस्तान में अलायड बैंक और मेजान बैंक के तीन खातों में हमले से कुछ दिन पहले वहां की मुद्रा में दस लाख रुपए जमा कराए गए। वह आत्मघाती हमले का मुख्य आरोपी था जो बाद में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया।NIA ने कहा कि जेईएम आतंकवादी समूह के शीर्ष नेतृत्व ने जनवरी और फरवरी 2019 के बीच धन जमा कराया था। NIA ने जम्मू में मंगलवार को विशेष अदालत के समक्ष दायर आरोप पत्र में कहा कि आतंकवादियों ने विस्फोटकों और हमले में प्रयुक्त मारुति इको कार को खरीदने में करीब छह लाख रुपये खर्च किए थे।धन का बड़ा हिस्सा करीब दो लाख 80 हजार रुपये का इस्तेमाल अमोनियम नाइट्रेट सहित करीब 200 किलोग्राम विस्फोटकों की खरीदारी में किया गया और आईईडी से लदी कार को श्रीनगर में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दिया गया।ढाई लाख रुपये कार खरीदने और उसमें बदलाव करने में खर्च किएNIA ने कहा कि शाकिर बशीर ने विस्फोटकों- आरडीएक्स, जिलेटिन की छड़ें, एल्युमिनियम पाउडर और कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट को कथित तौर पर इकट्ठा किया और उन्हें आईईडी बनाने के लिए अपने घर में जमा किया। एजेंसी ने बताया कि आतंकवादियों ने करीब ढाई लाख रुपये कार खरीदने और उसमें बदलाव करने में खर्च किए जिसका इस्तेमाल हमले में किया गया। कार को शाकिर बशीर के घर में पार्क किया गया।
फारूक के अकाउंट में आए पैसेअधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में पता चला है कि फारूक के पाकिस्तान में अलायड बैंक और मेजान बैंक के तीन खातों में हमले से कुछ दिन पहले वहां की मुद्रा में दस लाख रुपए जमा कराए गए। वह आत्मघाती हमले का मुख्य आरोपी था जो बाद में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया।NIA ने कहा कि जेईएम आतंकवादी समूह के शीर्ष नेतृत्व ने जनवरी और फरवरी 2019 के बीच धन जमा कराया था। NIA ने जम्मू में मंगलवार को विशेष अदालत के समक्ष दायर आरोप पत्र में कहा कि आतंकवादियों ने विस्फोटकों और हमले में प्रयुक्त मारुति इको कार को खरीदने में करीब छह लाख रुपये खर्च किए थे।धन का बड़ा हिस्सा करीब दो लाख 80 हजार रुपये का इस्तेमाल अमोनियम नाइट्रेट सहित करीब 200 किलोग्राम विस्फोटकों की खरीदारी में किया गया और आईईडी से लदी कार को श्रीनगर में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दिया गया।ढाई लाख रुपये कार खरीदने और उसमें बदलाव करने में खर्च किएNIA ने कहा कि शाकिर बशीर ने विस्फोटकों- आरडीएक्स, जिलेटिन की छड़ें, एल्युमिनियम पाउडर और कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट को कथित तौर पर इकट्ठा किया और उन्हें आईईडी बनाने के लिए अपने घर में जमा किया। एजेंसी ने बताया कि आतंकवादियों ने करीब ढाई लाख रुपये कार खरीदने और उसमें बदलाव करने में खर्च किए जिसका इस्तेमाल हमले में किया गया। कार को शाकिर बशीर के घर में पार्क किया गया।