Odisha / 11 जिंदा लोगों को बता दिया गया 'मृत', अंतिम संस्कार की राशि का भी गबन

यह घटना हाल ही में तब सामने आई जब संन्यासी खुंटिया के रूप में पहचाने जाने वाले 'मृत' व्यक्तियों में से एक ने अपना नाम कुरुंती ग्राम पंचायत के 11 लोगों की सूची में देखा, जिन्हें इस साल मई में राज्य के सामाजिक सुरक्षा विभाग की वेबसाइट पर उनके साथ मृत घोषित किया गया था। उनके अंतिम संस्कार के लिए हरिश्चंद्र सहायता योजना के तहत प्रत्येक रिश्तेदार को 2,000 रुपए की राशि को लेने का जिक्र किया गया है।

Vikrant Shekhawat : Jun 17, 2022, 10:15 PM
ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां, 11 जीवित लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। यहीं नहीं, मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए मिलने वाली सरकारी सहायता राशि का भी गबन कर लिया गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

यह घटना हाल ही में तब सामने आई जब संन्यासी खुंटिया के रूप में पहचाने जाने वाले 'मृत' व्यक्तियों में से एक ने अपना नाम कुरुंती ग्राम पंचायत के 11 लोगों की सूची में देखा, जिन्हें इस साल मई में राज्य के सामाजिक सुरक्षा विभाग की वेबसाइट पर उनके साथ मृत घोषित किया गया था। उनके अंतिम संस्कार के लिए हरिश्चंद्र सहायता योजना के तहत प्रत्येक रिश्तेदार को 2,000 रुपए की राशि को लेने का जिक्र किया गया है।

रिश्तेदारों बोले- हमें नहीं मिला पैसा

हालांकि, मृतकों के रिश्तेदारों ने दावा किया कि उन्हें इस योजना के तहत कोई पैसा नहीं मिला है क्योंकि उनमें से सभी 11 लोग फिलहाल जिंदा हैं। खुंटिया ने अन्य 'मृत' प्रवत कुमार स्वैन और अनंत जेना के साथ, पंचायत अधिकारियों पर इसके गबन का आरोप लगाया और बुधवार को राजनगर प्रखंड विकास अधिकारी के पास शिकायत दर्ज की।

'मृतक' चलाता है ऑटो रिक्शा

स्वैन ऑटो रिक्शा चालक है और अभी भी वो यही काम कर रहा है। एक अन्य 'मृत' गोपीनाथ खटुआ केरल में प्लंबर के रूप में काम करता है। 'मृतक' में से एक की रिश्तेदार सुकांति प्रधान ने दावा किया कि उन्हें राज्य की ओर से शुरू की गई योजना के तहत कभी कोई पैसा नहीं मिला है। बीडीओ रवींद्र प्रधान ने कहा, 'हमें मामले के बारे में शिकायतें मिली हैं और जांच शुरू कर दी गई है। अगर आरोपों में सत्यता मिलती ै तो धन की हेराफेरी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।