अयोध्या / एससी के फैसले से पहले अयोध्या में सोशल मीडिया पर नज़र रखने को 16000 वॉलंटियर तैनात

अयोध्या ज़मीन मामले पर फैसले से पहले अयोध्या पुलिस ने 16,000 वॉलंटियर सोशल मीडिया पर नज़र रखने के लिए और इतने ही वॉलंटियर शहर में शांति कायम रखने के लिए तैनात किए हैं। एसएसपी आशीष तिवारी के अनुसार, चार सिक्योरिटी ज़ोन बनाए गए हैं, रेड और येलो ज़ोन में केंद्रीय बल और ग्रीन व ब्लू ज़ोन में पुलिस तैनात रहेगी।

News18 : Nov 06, 2019, 05:42 PM
अयोध्या. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में अयोध्या (Ayodhya) मामले पर फैसला (Result) आने से पहले फैजाबाद पुलिस (Faizabad Police) ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री पर नजर रखने के लिए 16 हजार स्वयंसेवियों को तैनात किया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने बताया कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर जब आदेश आयेगा, उस समय शांति कायम रखने के लिए जिले के 1,600 स्थानों पर भी इतनी ही संख्या में स्वयंसेवियों को रखा गया है.

भारत के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई 17 नवम्बर को अपनी सेवानिवृत्ति से पहले मामले में फैसला सुना सकते हैं. जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने देवी-देवताओं का अपमान करने के खिलाफ या राम जन्मभूमि से संबंधित जुलूस निकालने के वास्ते सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने के खिलाफ आदेश जारी किया. उन्होंने फैसले के मद्देनजर शांति का माहौल बिगड़ने की आशंका का उल्लेख करते हुए 28 दिसम्बर तक निषेधाज्ञा आदेशों को बढ़ा दिया.

किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार

एसएसपी ने कहा कि वे आतंकी हमलों, सांप्रदायिक दंगों, जन आक्रोश और विवादित स्थल पर किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और सभी खामियों को भी ध्यान में रखा गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने लोगों को शांति का माहौल बनाये रखने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते जिले के 1,600 स्थानों पर 16 हजार स्वयंसेवियों की नियुक्ति की है और सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के लिए इतनी ही संख्या में डिजिटल वालंटियर तैनात किये है.

स्वयंसेवियों के व्हाट्सएप समूह

प्रशासन ने सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए स्वयंसेवियों के व्हाट्सएप समूह भी बनाये हैं. एसएसपी ने बताया कि चार सुरक्षा क्षेत्र बनाये गये हैं: लाल, पीला, हरा और नीला. लाल और पीला सुरक्षा क्षेत्र केन्द्रीय पैरा सैन्य बल (सीपीएमएफ) द्वारा संचालित किया जायेगा जबकि हरा और नीला सुरक्षा क्षेत्र पुलिस के तहत होगा.