Bla Attack Pak / पहले की ट्रेन हाईजैक, अब सेना पर किया हमला; 5 दिन में BLA का पाक पर डबल अटैक

यह लेख पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा किए गए हमले पर केंद्रित है। BLA ने दावा किया कि उन्होंने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला कर 90 सैनिकों को मार गिराया। आत्मघाती हमले और ग्रेनेड हमलों के जरिए सेना को भारी नुकसान पहुंचाया गया।

Bla Attack Pak: बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक बार फिर पाकिस्तान में बड़ा हमला किया है। संगठन ने दावा किया है कि उन्होंने नुस्की हाईवे पर पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला कर 90 सैनिकों को मार गिराया। बीएलए के अनुसार, यह पिछले पांच दिनों में उनका दूसरा बड़ा हमला है, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

हमले का विवरण

बीएलए के मजीद ब्रिगेड ने नुस्की हाईवे पर 8 बसों में जा रहे पाकिस्तानी सैनिकों के काफिले पर हमला किया। फतह ब्रिगेड ने सेना को चारों ओर से घेरकर पहले कुछ सैनिकों को निशाना बनाया, जिसके बाद अन्य बसों पर आत्मघाती हमले किए गए। रिपोर्ट के अनुसार, आत्मघाती हमला व्हीकल बॉर्न इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (VBIED) के जरिए किया गया।

नोश्की के SHO सुमालानी ने भी इस हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। कई सैनिक बुरी तरह घायल हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, इस हमले में ग्रेनेड और रॉकेट लॉन्चर का भी इस्तेमाल किया गया था।

बलूचिस्तान में बढ़ते हमले

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी पहले भी पाकिस्तानी सेना पर कई बड़े हमले कर चुकी है। हाल ही में, तरबत में सी-पेक रोड पर पाकिस्तानी सेना के एक काफिले को बम धमाके से उड़ा दिया गया था। BLA द्वारा किए गए इन हमलों को बलूचिस्तान में स्वतंत्रता की मांग से जोड़कर देखा जाता है।

जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक मामला

11 मार्च को पाकिस्तान में एक और बड़ी घटना घटी, जब जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया। इस ट्रेन में 450 यात्री सवार थे, जिनमें से 58 लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में 21 आम यात्री, 4 पाकिस्तानी सैनिक और BLA के 33 सदस्य शामिल थे।

भारत पर लगाया गया आरोप

पाकिस्तानी अधिकारियों ने ट्रेन हाईजैक के पीछे भारत का हाथ बताया, हालांकि भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने बलूचिस्तान में हो रहे विद्रोही हमलों के लिए भारत को दोषी ठहराया हो। लेकिन वास्तविकता यह है कि बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान से अलग स्वतंत्र राष्ट्र की मांग कर रहे हैं, और इस संघर्ष में वे पाकिस्तानी सेना को निशाना बना रहे हैं।

पाकिस्तानी सेना के लिए कड़ी चुनौती

बलूचिस्तान में बढ़ती हिंसा और लगातार हो रहे हमलों ने पाकिस्तान की सेना के लिए एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। सुरक्षा व्यवस्था पर उठते सवालों के बीच यह स्पष्ट होता जा रहा है कि बलूच विद्रोहियों का आंदोलन कमजोर होने के बजाय और मजबूत होता जा रहा है।

निष्कर्ष

बलूचिस्तान में लगातार बढ़ते हमले पाकिस्तान के लिए एक गंभीर संकट बन चुके हैं। पाकिस्तान सरकार और सेना के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे इस समस्या का कोई स्थायी समाधान खोजें, अन्यथा बलूचिस्तान में हिंसा और अस्थिरता और बढ़ सकती है।