बिहार / कथा का प्रसाद खाकर बिहार में 170 लोग हुए बीमार, जांच के लिए भेजा गया सैंपल

मुंगेर (बिहार) में सोमवार को एक गांव में कथा का प्रसाद खाकर कम-से-कम 170 लोग बीमार हो गए। एक डॉक्टर के अनुसार, 80 लोगों का इलाज जारी है और सभी लोग खतरे से बाहर हैं। सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने बताया कि प्रसाद में शायद कोई हानिकारक चीज़ थी जिसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।

Vikrant Shekhawat : Jul 06, 2021, 06:19 PM
मुंगेर: सोमवार को नक्सल प्रभावित बंगलवा पंचायत के कोठवा गांव में प्रसाद खाने से दर्जनों लोग बीमार हो गए। मरीजों की संख्या 100 बताई जा रही है। इनमें कुछ मरीजों का इलाज सीएचसी धरहरा एवं स्थानीय क्लीनिक में कराया जा रहा है। स्थिति ऐसी की महामारी की तरह लोगों का इलाज ग्रामीण चिकित्सक के भरोसे सड़कों पर किया जा रहा है। ग्रामीण चिकित्सक सड़क पर मोबाइल टार्च की रोशनी में सड़क पर मरीजों को स्लाइन व सुई देकर उपचार कर जान बचाने में जी जान से जुटे हैं। जिलाधिकारी के आदेश पर बीडीओ डॉ प्रभात रंजन के द्वारा मरीजों के हालात की स्थिति पल पल ली जा रही है। समाचार लिखे जाने तक सभी का इलाज चल रहा था।

मरीज रामलाल कोड़ा ने बताया कि कोठवा गांव निवासी महेश कोड़ा के घर सत्यनारायण कथा हुआ। पूजन पश्चात लोगों के बीच प्रसाद का वितरण हुआ। प्रसाद खाने के आधे घंटे बाद ही लोगों को उल्टियां होने लगी और उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। कोड़ा ने बताया कि प्रसाद खाने में उनकी पत्नी ननकी देवी, पुत्र 7 वर्षीय सुनील एवं 5 वर्षीय अनिल सहित एक सौ लोग शामिल थे। सभी लोगों की स्थिति चिंताजनक बताई जाती है।  सूचना मिलते ही आसपास के गांवों के लोग घटनास्थल पहुंचकर घटना की जानकारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ महेंद्र कुमार को दी। 

सूचना मिलते ही प्रभारी के द्वारा मरीजों को लाने के लिए एम्बुलेंस भेज दी गयी। परंतु मेडिकल टीम नहीं आने से लोगों ने अस्पताल जाने का विरोध कर दिया। लोगों ने मेडिकल टीम नहीं भेजे जाने से स्वास्थ्य विभाग के प्रति रोष जताया। और एम्बुलेंस को बैरंग वापस लौटा दिया। लोगों के आक्रोश को भांपते हुए एम्बुलेंस टीम लोगों को मोबाइल नंबर देकर अस्पताल लौट गयी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि मामला फूड प्वाइजनिंग से जुड़ा है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि आखिर प्रसाद में क्या मिला था जो इतने लोग बीमार हो गये।