AajTak : Aug 27, 2020, 06:24 AM
अगर आपके घर में भी कई लोग एक साथ प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे हैं, तो फिर जांच के बाद उनपर कार्रवाई हो सकती है। सरकार की कोशिश है कि जरूरतमंद किसानों को इस योजना का लाभ मिले। लेकिन जरूरतमंद किसानों के साथ-साथ ऐसे लोग भी किसान बन गए हैं, जिनका खेती से कोई लेना-देना नहीं है। अब ऐसे लोगों के नाम जल्द ही इस योजना से हटाने की तैयारी है।
सरकार करेगी पहचानदरअसल, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का गलत तरीके से फायदे लेने वालों की केंद्र सरकार पहचान करने जा रही है। सरकार को शिकायत मिली है कि बड़े पैमाने पर ऐसे लोग इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जो इसके दायरे में नहीं आते हैं। अब एक सिस्टम के तहत इसकी जांच की जाएगी। आइए जानते हैं कि कौन-कौन लोग जांच के दायरे में आएंगे।
फर्जी किसानों पर शिकंजाखबर है कि बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मचारी और सुखी-संपन्न लोग प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ उठा रहे हैं। जो कानूनी तौर पर गलत है। सरकार जांच करने वाली है कि ऐसे लोगों फर्जी एंट्री कैसे हुई। पैन कार्ड के जरिये मौजूदा लाभार्थियों की जांच की जाएगी। क्योंकि ऐसे लोग भी 2000 रुपये किस्त पा रहे हैं जो खुद इनकम टैक्स भरते हैं और उनकी आय भी ज्यादा है।
लाभार्थियों की होगी जांचइसके अलावा ऐसे लोग किसान बनकर लाभ ले रहे हैं, जिनके पास खेती के लिए जमीन नहीं है, या फिर इतनी सी जमीन है, जो इस योजना का लाभ उठाने के लिए उपयुक्त नहीं है। जांच के बाद ऐसे लोग इस योजना से बाहर हो सकते हैं। अगर खेती योग्य जमीन किसान के नाम नहीं है तो उन्हें इसका फायदा नहीं मिलेगा। जांच कृषि विभाग और इनकम टैक्स विभाग की मदद से की जाएगी।
सरकार को मिली है शिकायवहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ एक ही घर और एक ही परिवार में कई लोग ले रहे हैं। जो नियम के खिलाफ है। नियम के मुताबिक इस योजना का लाभ पाने के लिए किसान के नाम पर खेत होना जरूरी है। यही नहीं, अगर जमीन किसान के दादा या पिता के नाम पर है, तो फिर योजना का लाभ नहीं मिलेगा।क्या कहता है नियम
कार्यरत सरकारी कर्मचारी, या फिर रिटायर्ड कर्मचारी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। साथ ही अगर किसी के पास खेती के लिए जमीन है और उसे 10,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है तो भी ऐसे लोगों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
इन लोगों को नहीं मिलेगा लाभइसके अलावा रजिस्टर्ड डॉक्टर्स, इंजीनियरों, वकीलों, चार्टर्ड अकाउंटेंट और वास्तुकारों और उनके परिवार के लोग भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकते। वहीं अगर रजिस्टर्ड खेती योग्य जमीन पर किसान कोई दूसरा काम कर रहा है तो फिर पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा।इसके तहत 2 हेक्टेयर तक भूमि वाले किसान परिवारों को 6,000 रुपये प्रति वर्ष की दर से मदद दी जा रही है। केवल वह किसान ही इस सरकारी किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा सकते हैं जिनके पास 2 हेक्टयर या उससे कम जमीन है। इसके तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की लिस्ट में शामिल लाभार्थियों को अगले 5 साल तक 6000 रुपये दिए जाएंगे।इस योजना का लाभ लेने के किसान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए किसान सम्मान निधि पोर्टल पर अप्लाई कर सकते हैं। कई बुजुर्ग किसानों का मानना है कि यह योजना कर्ज माफी की योजना से कहीं बेहतर है और वह इसका इस्तेमाल बीज खरीदने, पटवन करने या फिर खाद खरीदने में कर सकते हैं।
योजना के बारे मेकिसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत पिछले साल फरवरी में हुई थी, लेकिन किसानों को इस योजना का लाभ एक दिसंबर, 2018 से ही मिल रहा है। अब तक किसानों के बैंक खातों में 6 किस्तें आ चुकी हैं। जब से योजना लागू हुई तब से लेकर अब तक किसानों को खातों में 12,000 रुपये ट्रांसफर किए जा चुके हैं।किसान सम्मान निधि योजना के लिए शत-प्रतिशत फंड केंद्र सरकार देती है और इसके तहत लाभार्थी किसानों को सालाना 6,000 रुपये की राशि तीन समान किस्तों में दी जाती है। इस योजना के प्रत्येक लाभार्थी किसान को एक किस्त में 2,000 रुपये दी जाती है।
बैंक खाते में ट्रांसफर होता है फंडमोदी सरकार का कहना है कि किसान सम्मान निधि ने किसानों को अपनी कृषि आवश्यकताओं को पूरा करने और अपने परिवारों को आवश्यक सहारा देने में मदद पहुंचाई है। पीएम-किसान योजना के तहत पैसे को सीधे तौर पर 'आधार से लिंक' लाभार्थियों के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है
सरकार करेगी पहचानदरअसल, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का गलत तरीके से फायदे लेने वालों की केंद्र सरकार पहचान करने जा रही है। सरकार को शिकायत मिली है कि बड़े पैमाने पर ऐसे लोग इस योजना का लाभ ले रहे हैं, जो इसके दायरे में नहीं आते हैं। अब एक सिस्टम के तहत इसकी जांच की जाएगी। आइए जानते हैं कि कौन-कौन लोग जांच के दायरे में आएंगे।
फर्जी किसानों पर शिकंजाखबर है कि बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मचारी और सुखी-संपन्न लोग प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ उठा रहे हैं। जो कानूनी तौर पर गलत है। सरकार जांच करने वाली है कि ऐसे लोगों फर्जी एंट्री कैसे हुई। पैन कार्ड के जरिये मौजूदा लाभार्थियों की जांच की जाएगी। क्योंकि ऐसे लोग भी 2000 रुपये किस्त पा रहे हैं जो खुद इनकम टैक्स भरते हैं और उनकी आय भी ज्यादा है।
लाभार्थियों की होगी जांचइसके अलावा ऐसे लोग किसान बनकर लाभ ले रहे हैं, जिनके पास खेती के लिए जमीन नहीं है, या फिर इतनी सी जमीन है, जो इस योजना का लाभ उठाने के लिए उपयुक्त नहीं है। जांच के बाद ऐसे लोग इस योजना से बाहर हो सकते हैं। अगर खेती योग्य जमीन किसान के नाम नहीं है तो उन्हें इसका फायदा नहीं मिलेगा। जांच कृषि विभाग और इनकम टैक्स विभाग की मदद से की जाएगी।
सरकार को मिली है शिकायवहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ एक ही घर और एक ही परिवार में कई लोग ले रहे हैं। जो नियम के खिलाफ है। नियम के मुताबिक इस योजना का लाभ पाने के लिए किसान के नाम पर खेत होना जरूरी है। यही नहीं, अगर जमीन किसान के दादा या पिता के नाम पर है, तो फिर योजना का लाभ नहीं मिलेगा।क्या कहता है नियम
कार्यरत सरकारी कर्मचारी, या फिर रिटायर्ड कर्मचारी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं। साथ ही अगर किसी के पास खेती के लिए जमीन है और उसे 10,000 रुपये मासिक पेंशन मिलती है तो भी ऐसे लोगों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
इन लोगों को नहीं मिलेगा लाभइसके अलावा रजिस्टर्ड डॉक्टर्स, इंजीनियरों, वकीलों, चार्टर्ड अकाउंटेंट और वास्तुकारों और उनके परिवार के लोग भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकते। वहीं अगर रजिस्टर्ड खेती योग्य जमीन पर किसान कोई दूसरा काम कर रहा है तो फिर पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलेगा।इसके तहत 2 हेक्टेयर तक भूमि वाले किसान परिवारों को 6,000 रुपये प्रति वर्ष की दर से मदद दी जा रही है। केवल वह किसान ही इस सरकारी किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा सकते हैं जिनके पास 2 हेक्टयर या उससे कम जमीन है। इसके तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की लिस्ट में शामिल लाभार्थियों को अगले 5 साल तक 6000 रुपये दिए जाएंगे।इस योजना का लाभ लेने के किसान ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए किसान सम्मान निधि पोर्टल पर अप्लाई कर सकते हैं। कई बुजुर्ग किसानों का मानना है कि यह योजना कर्ज माफी की योजना से कहीं बेहतर है और वह इसका इस्तेमाल बीज खरीदने, पटवन करने या फिर खाद खरीदने में कर सकते हैं।
योजना के बारे मेकिसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत पिछले साल फरवरी में हुई थी, लेकिन किसानों को इस योजना का लाभ एक दिसंबर, 2018 से ही मिल रहा है। अब तक किसानों के बैंक खातों में 6 किस्तें आ चुकी हैं। जब से योजना लागू हुई तब से लेकर अब तक किसानों को खातों में 12,000 रुपये ट्रांसफर किए जा चुके हैं।किसान सम्मान निधि योजना के लिए शत-प्रतिशत फंड केंद्र सरकार देती है और इसके तहत लाभार्थी किसानों को सालाना 6,000 रुपये की राशि तीन समान किस्तों में दी जाती है। इस योजना के प्रत्येक लाभार्थी किसान को एक किस्त में 2,000 रुपये दी जाती है।
बैंक खाते में ट्रांसफर होता है फंडमोदी सरकार का कहना है कि किसान सम्मान निधि ने किसानों को अपनी कृषि आवश्यकताओं को पूरा करने और अपने परिवारों को आवश्यक सहारा देने में मदद पहुंचाई है। पीएम-किसान योजना के तहत पैसे को सीधे तौर पर 'आधार से लिंक' लाभार्थियों के बैंक खाते में ट्रांसफर किया जाता है