देश / 281 अन्य भारतीयों को अफगानिस्तान से दोहा के रास्ते भारत लाया गया

कतर में भारतीय दूतावास ने रविवार को जानकारी दी कि पिछले कुछ दिनों में 281 भारतीयों को दोहा के रास्ते अफगानिस्तान से निकाला गया है। दूतावास के अनुसार, भारतीय नागरिकों को क्रमशः 135 और 146 लोगों के दो बैच में भारत भेजा गया है। रिपोर्ट्स हैं कि इनमें से ज़्यादातर लोग अफगानिस्तान में पश्चिमी देशों की कंपनियों के कर्मचारी थे।

नई दिल्ली: अफगानिस्तान से निकाले गए भारतीयों का दूसरा जत्था आज दिल्ली पहुंच गया।  इनमें 146 भारतीय शामिल हैं। रविवार को काबुल से विमान के जरिए निकालकर दोहा के रास्ते दिल्ली लाया गया। इससे पहले रविवार को भारतीय एयरफोर्स का विमान 135 लोगों को लेकर वतन लौटा था। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से दुनिया के तमाम देश अपने नागरिकों को सुरक्षित निकाल रहे हैं। इसी कड़ी में भारत भी वहां से लोगों को लाने में जुटा हुआ है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत 22 अगस्त को 392 लोगों को अलग अलग विमान से लेकर आया है।  इनमें 2 अफगानी नेताओं को काबुल से बाहर निकाला गया है ।  वहीं,  87 भारतीयों और दो नेपाली लोगों को भी एयर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट से दुशांबे से लाया गया है। इन्हें अफगानिस्तान से निकालकर ताजिकिस्तान की राजधानी ले जाया गया था। इससे पहले काबुल से सुरक्षित लौटे 168 लोगों में दो अफगानी सांसद भी शामिल हैं। अनारकली होनारयार और नरेंद्र सिंह खालसा भी भारत लौट गए हैं, भारत लौटने पर नरेंद्र सिंह खालसा ने कहा, भारत हमारा दूसरा घर है। अगर हम भारत में रहते हैं, तो लोग हमें हिंदुस्तानी कहते हैं।  उन्होंने मदद का हाथ बढ़ाने के लिए भारत को धन्यवाद कहा और जब खालसा से अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में पूछा गया तो वह अपना आंसू रोक नहीं पाए।  उन्होंने कहा, अफगानिस्तान छोड़ना काफी दुखद और कष्टभरा फैसला था।

सरकारी आंकड़ों पर गौर करे तो अभी तक 590 लोग काबुल से भारत पहुंच चुके हैं।  शुरुआत में जानकारी मिली थी  कि अफगानिस्तान में करीब 400 भारतीय फंसे हैं, लेकिन यह संख्या बढ़ती जा रही है। काबुल से निकालने का सिलसिला जारी है।