India-Bangladesh Border / 35 करोड़ रुपये की प्राचीन मूर्तियां मिलीं, हो रही थी तस्करी

पश्चिम बंगाल कस्टम ने गुप्त सूचना के आधार पर 35 करोड़ रुपये मूल्य की 25 प्राचीन मूर्तियां बरामद की हैं। इन मूर्तियों में हिंदू देवी-देवता के साथ जैन धर्म से संबंधित मूर्तियां पाई गई हैं। इन मूर्तियों में इसमे सात काले और लाल पत्थर की और अन्य धातु की बनीमूर्तियां हैं। ये मूर्तियां 9वीं व 16वीं शताब्दी की पत्थर की मूर्तियां हैं।

Zee News : Aug 27, 2020, 04:27 PM
कोलकाता: भारत-बांग्लादेश सीमा (India-Bangladesh Border) पर तस्कारियों का मामला लगातार सामने आ रहा है। कोलकाता सीमा शुल्क विभाग (Kolkata Customs Department) ने बुधवार को 35।3 करोड़ रुपये मूल्य की 25 प्राचीन मूर्तियों को बरामद किया। इन मूर्तियों को तस्करी कर बांग्लादेश ले जाया जा रहा था।


35 करोड़ की 25 प्राचीन मूर्तियां

पश्चिम बंगाल कस्टम (West Bengal Custom) ने गुप्त सूचना के आधार पर 35 करोड़ रुपये मूल्य की 25 प्राचीन मूर्तियां बरामद की हैं। इन मूर्तियों में हिंदू देवी-देवता के साथ जैन धर्म से संबंधित मूर्तियां पाई गई हैं। इन मूर्तियों में इसमे सात काले और लाल पत्थर की और अन्य धातु की बनीमूर्तियां हैं। ये मूर्तियां 9वीं व 16वीं शताब्दी की पत्थर की मूर्तियां हैं। फिलहाल मूर्तियों को नॉर्थ बंगाल विश्वविधालय (North Bengal University) के अक्षय पुरातत्व म्यूजियम (Akshaya Archaeological Museum) को सौंप दिया गया है।

सीमा शुल्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक गुप्त जानकारी पर कार्रवाई करते हुए विभाग ने 23 अगस्त की रात धान ले जाने वाले एक ट्रक की तलाशी ली और उसके भीतर छिपाई गई पुरानी मूर्तियां बरामद की। उन्होंने कहा कि ट्रक को दक्षिण दिनाजपुर (Dinajpur) जिले में रोका गया था। 

सीमा पर अंतर्राष्ट्रीय तस्कारियां तेज 

दरअसल टीम (Team) को पहले ही गुप्त सूचना मिल गई थी। इसके बाद दक्षिण बंगाल (South Bengal) के कलियागंज (Kaliaganj) क्षेत्र में कस्टम नाका लगाई हुई थी। 24 अगस्त की सुबह एक धान लदा हुआ ट्रक को देखकर टीम को शक हुआ। इसी बीच ट्रक चालक नाका पाए टीम को देखकर ट्रक को सड़क किनारे छोड़ कर फरार हो गया। इसके बाद जब कस्टम टीम ट्रक की जांच की तो उसके अंदर छुपा कर रखी गईं 25 मूर्तियों को बरामद किया गया। इसकी पुरातत्व विभाग (Archeology department) से जांच कराने पर जो रिपोर्ट मिली है उसके अनुसार वह 9वीं व 16वीं शताब्दी की है। सीमा से मूर्तियों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी (International Smuggling) को लेकर कस्टम ने जांच तेज कर दी है।