CWG 2022 / भारत की हार के 4 मुख्य कारण, हाथों से फिसला एतिहासिक गेल्ड मेडल

भारतीय महिला क्रिकेट टीम को रविवार रात कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ भारत के हाथों से एतिहासिक गोल्ड मेडल फिसला और टीम को सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 162 रनों का लक्ष्य दिया था, मगर पूरी भारतीय टीम 152 रनों पर ही ढेर हो गई।

Vikrant Shekhawat : Aug 08, 2022, 07:33 AM
CWG 2022 | भारतीय महिला क्रिकेट टीम को रविवार रात कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ भारत के हाथों से एतिहासिक गोल्ड मेडल फिसला और टीम को सिल्वर से ही संतोष करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 162 रनों का लक्ष्य दिया था, मगर पूरी भारतीय टीम 152 रनों पर ही ढेर हो गई। इस मैच में ना तो गेंदबाजों की तरफ से वो पैनापन दिखा और ना ही बल्लेबाजी में धार दिखी, आइए एक नजर डालते हैं टीम इंडिया की हार की 5 मुख्य वजहों पर-

गेंदबाजी में नहीं दिखा पैनापन

कॉमनवेल्थ गेम्स में भारतीय तेज गेंदबाज रेनुका सिंह ने पहले ही मैच से अपनी छाप छोड़ी है। फाइनल मुकाबले में भी उनसे बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद थी। रेनुका ने एलिसा हीली को तीसरे ओवर में ही आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दे दिया था। मगर इसके बाद 8 ओवर तक भारत को कोई विकेट नहीं मिला। रेनुका ने विकेट की तलाश में अपना पहला स्पेल तीन ओवर का फेंका था, मगर दूसरे छोर से मदद ना मिलने की वजह से भारत ऑस्ट्रेलिया पर दबाव नहीं बना पाया। सभी गेंदबाज जब फेल हो रहे थे तो कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी गेंदबाजी की, मगर उन्होंने अपने एकमात्र ओवर में 17 रन लुटाए। वहीं मेघना सिंह को 2 ओवर में 11 रन खर्चने के बावजूद तीसरा ओवर गेंदबाजी के लिए नहीं मिला।

स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा हुईं फेल

फाइनल मुकाबले में भारतीय सलामी जोड़ी से हर किसी को आस थी, सब उम्मीद लगाए बैठे थे कि बड़े मुकाबले में यह जोड़ी कमाल का खेल दिखाएगी, मगर ऐसा नहीं हुआ। भारत ने मंधाना और शेफाली को 22 के स्कोर पर ही खो दिया था। शुरुआत में दोनों ही खिलाड़ियों ने कुछ शानदार शॉट खेले मगर तेजी से रन बनाने के प्रयास में स्मृति मंधाना 6 और शेफाली वर्मा 11 रन बनाकर आउट हुईं। 

जेमिमा के आउट होने के बाद गुच्छे में खोए विकेट

दोनों सलामी बल्लेबाजों के आउट होने के बाद जेमिमा रोड्रिग्स (33) ने कप्तान हरमनप्रीत कौर (65) के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 96 रन की साझेदारी कर मैच को भारत की पकड़ में ला दिया था। 15वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब जेमिमा आउट हुईं तो भारत को 44 रनों की दरकार ही थी, मगर इसके बाद टीम इंडिया ने गुच्छों में ऐसे विकेट खोए कि टीम संभल ही नहीं पाई। जेमिमा के आउट होने के बाद भारत ने अगले 7 विकेट 34 रनों पर खो दिए जिसमें सबसे बड़ा विकेट कप्तान हरमनप्रीत कौर का था।

फाइनल का प्रेशर नहीं झेल पाया भारत

बड़े मुकाबले में जब रन चेज के दौरान अफरा-तफरी में विकेट गिर रहे हो तो साफ दिखता है कि टीम प्रेशर नहीं झेल पा रही है। फाइनल मुकाबले में भारत के साथ भी कुछ ऐसा हुआ। करीबी मुकाबले में एक-एक रन चुराने के प्रयास में तीन भारतीय खिलाड़ी रन आउट हुईं। इन रन आउट में स्नेह राणा, राधा यादव और मेघना सिंह का नाम शामिल हैं। हालांकि यहां श्रेय ऑस्ट्रेलिया टीम को भी देना चाहिए जिन्होंने हाथों से फिसल रहे मुकाबले में शानदार गेंदबाजी और फील्डिंग के जरिए वापसी कर भारत को दबाव में डाला और गलती करने पर मजबूर किया।