मुंबई / मुंबई में निर्माणाधीन इमारत की लिफ्ट गिरने से 5 लोगों की मौत, 1 की हालत गंभीर

बीएमसी के अनुसार, मुंबई (महाराष्ट्र) के वर्ली में एक निर्माणाधीन इमारत की लिफ्ट गिरने से उसमें सवार 5 लोगों की मौत हो गई व एक अन्य गंभीर रूप से घायल है। महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह ओवरलोडिंग के कारण हुई घटना प्रतीत होती है। बकौल पुलिस, वह मामले की जांच कर रही है।

Vikrant Shekhawat : Jul 25, 2021, 01:19 PM
मुंबई: महाराष्ट्र में बाढ़ ने बड़ी तबाही मचाई है। इस बीच राजधानी मुंबई के वर्ली में एक बड़ा हादसा हो गया। वर्ली के एक निर्माणाधीन इमारत में लिफ्ट गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हो गया है। घायल शख्स को फिलहाल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि यह हादसा शाम को करीब 5.45 PM पर हुआ है। बीडीडी चॉल के हनुमान गली के पास स्थित एक बीडीडी चॉल के पास यह दर्दनाक हादसा हुआ है। पुलिस ने बताया है कि फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची है और राहत तथा बचाव कार्य किये जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस हादसे में कुल 6 लोग घायल हुए थे। एक युवक को परेल स्थित केईएम अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद तीन अन्य लोगों को नायर अस्पताल में मृत घोषित किया गया। इसके बाद एक अन्य घायल युवक की मौत की खबर सामने आई।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे की सूचना मिलने पर महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे घटनास्थल पर पहुंचे। ठाकरे ने कहा है कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि ओवरलोडिंग के कारण यह लिफ्ट गिर गई। जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।

बारिश से भारी तबाही

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में बाढ़ और भूस्खलन ने भारी तबाही मचा रखी है। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को कहा कि राज्य में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते 76 लोगों की मौत हो चुकी है और 38 अन्य घायल हुए हैं जबकि 56 लोग लापता हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बारिश के कारण रायगढ़ जिला सर्वाधिक प्रभावित हुआ हैं और यहां वर्षा से संबंधित घटनाओं में मृतकों की संख्या शनिवार को बढ़कर 47 हो गयी। इनमें तलीये गांव में भूस्खलन में मारे गए 37 लोग शामिल हैं।

पुणे में पवार ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में अभी तक नौ जिलों से करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। ये जिले पिछले चार दिनों से भारी बारिश से प्रभावित हैं। तटीय कोंकण क्षेत्र में रत्नागिरी जिले में रायगढ़ और पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इसके अलावा सातारा जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश कहर बरपा रही है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीआरएफ की 21 टीमें बारिश से प्रभावित जिलों में सेना, तटरक्षक बल और अन्य की 14 टीमों के साथ काम कर रही हैं। इसके अलावा एसडीआरएफ की चार टीमें भी लोगों को निकालने के अभियान में लगी हुई हैं।

बारिश से मिलेगी राहत?

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि अगले 24 घंटों में पश्चिमी तट पर बारिश की तीव्रता कम होने के आसार हैं जिससे वर्षा से प्रभावित महाराष्ट्र और गोवा को राहत मिल सकती है। आईएमडी के मुताबिक, 25 जुलाई से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों और पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। आईएमडी ने कहा, ''अगले 24 घंटों के दौरान कोंकण, गोवा और पास में महाराष्ट्र के अंदरूनी इलाकों सहित पश्चिमी तट पर वर्षा की तीव्रता में और कमी आने की संभावना है।'' उसने कहा कि महाराष्ट्र समेत पश्चिम तट के कुछ हिस्सों में 24 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है।