IND vs AUS / 6 बॉलर 3 DRS... फिर भी विकेट नहीं मिला, टीम इंडिया के साथ ये क्या हुआ

मेलबर्न टेस्ट में चौथे दिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन नेथन लायन और स्कॉट बोलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को बचा लिया। आखिरी विकेट की जोड़ी ने 55 रन जोड़े। ऑस्ट्रेलिया 333 रनों की बढ़त बना चुका है। पांचवें दिन यह साझेदारी भारतीय टीम के लिए बड़ी चुनौती होगी।

Vikrant Shekhawat : Dec 29, 2024, 04:40 PM
IND vs AUS: मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे रोमांचक टेस्ट मैच के चार दिन पूरे हो चुके हैं। यह मुकाबला अब एक दिलचस्प मोड़ पर खड़ा है। भारतीय गेंदबाजों ने चौथे दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष और मध्यक्रम को ध्वस्त कर दिया। लेकिन खेल के अंतिम सत्र में नेथन लायन और स्कॉट बोलैंड की साझेदारी ने भारतीय टीम की मुश्किलें बढ़ा दीं।

चौथे दिन का खेल: गेंदबाजों का दबदबा

भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 369 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी की 105 रनों की बढ़त को चुनौती दी। दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती झटके देते हुए ऑस्ट्रेलिया को 173 रनों पर 9 विकेट के नुकसान तक पहुंचा दिया। ऐसा लग रहा था कि भारत ऑस्ट्रेलिया को मामूली बढ़त पर रोक देगा।

लायन-बोलैंड की साझेदारी ने बढ़ाई चिंता

मैदान पर नेथन लायन और स्कॉट बोलैंड की आखिरी जोड़ी ने चौंकाते हुए भारतीय गेंदबाजों को विकेट लेने से रोके रखा। दोनों बल्लेबाजों ने 110 गेंदों पर 55 रनों की अविजित साझेदारी कर ली। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय गेंदबाज इस साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहे।

कप्तान रोहित शर्मा की रणनीति और असफल DRS

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस जोड़ी को तोड़ने के लिए 6 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया, जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, रवींद्र जडेजा, आकाश दीप, नीतीश कुमार रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर शामिल थे। इसके अलावा, तीनों DRS का भी उपयोग किया गया, लेकिन हर बार फैसला बल्लेबाजों के पक्ष में गया।

अंतिम दिन की चुनौती

चौथे दिन के अंत तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी बढ़त को 333 रनों तक पहुंचा दिया है। नेथन लायन 54 गेंदों पर 41 रन बनाकर खेल रहे हैं, जबकि स्कॉट बोलैंड ने 65 गेंदों में 10 रन बनाए हैं। मेलबर्न के इतिहास में इतना बड़ा स्कोर कभी चेज़ नहीं हुआ है, जो भारतीय टीम के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।

टीम इंडिया के लिए अगले कदम

भारतीय टीम के लिए पांचवें दिन की शुरुआत में इस साझेदारी को तोड़ना प्राथमिकता होगी। इसके बाद बल्लेबाजी में संयम और रणनीति के साथ लक्ष्य का पीछा करना महत्वपूर्ण होगा। अगर टीम इंडिया इस चुनौती को पार कर लेती है, तो यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार जीत साबित हो सकती है।

क्या भारतीय टीम इस कठिन परिस्थिति से उबर पाएगी, या ऑस्ट्रेलिया इस मुकाबले में अपनी पकड़ मजबूत कर लेगा? यह सवाल क्रिकेट प्रेमियों को पांचवें दिन के खेल का बेसब्री से इंतजार करवा रहा है।