Vikrant Shekhawat : Jun 19, 2020, 05:40 PM
जयपुर | राजस्थान के सांचौर में आसमान से उल्कापिंड (meteorite in rajasthan) गिरने की खबर सामने आई है। यह जालोर (jalore rajasthan) जिले के सांचौर इलाके में आसमान से गर्म अवस्था में गिरा है। इसे प्रथमदृष्टया उल्कापिंड (meteorite in rajasthan) कहा जा रहा है, लेकिन फिलहाल किसी ने पुष्टि नहीं की है।
सांचौर कस्बे के भंशाली अस्पताल व गायत्री कॉलेज के पास तेज गर्जना से आसमान से एक वस्तु गिरने की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी अरविंद राजपुरोहित मौके पर पहुंचे तो देखा वह काफी गर्म अवस्था में था। उसे ठंडा होने पर वजन किया गया तो 2 किलो 788 ग्राम वजनी धातु का टुकड़ा रूप में पाया गया है। अब जोधपुर विश्व विद्यालय की टीम जांच के लिए पहुंचेगी। यह एक काले पत्थरनुमा आकार का है, जिसे जार में रखवाई जाकर सुरक्षित कर ली गई हैं।सांचौर थानाधिकारी अरविंद पुरोहित के मुताबिक कि दिनांक 19 जून 2020 को सुबह करीब 7 बजे टेलिफोन से आसमान से धमाके के साथ कुछ गिरने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जानकारी मिली की गायत्री कॉलेज के पास आसमान से गर्जना के वस्तु गिरी है। टीम मौके पर पहुंची तो वस्तु जमीन में धंसी हुई मिली। भंसाली हॉस्पिटल के पास वाली कॉलोनी को जाने वाली सड़क के किनारे अजयराज देवासी के मकान के पास ही रोड किनारे एक धातुनुमा वस्तु जमीन में धंसी हुई नजर आई। सुरक्षा कारणों से घटना क्षेत्र को सुरक्षित किया गया और सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सांचोर, एसडीएम सांचोर , सीओ सांचोर और सेन्ट्रल आईबी पोस्ट प्रभारी भी मौके पर पहुंचे।
जानकारी के अनुसार इस धातु का बाह्य रूप से गहनता पूर्वक निरीक्षण कर सुरक्षा इन्तजाम किए और उक्त वस्तु को सावधानीपूर्वक जमीन से निकाला गया। यह वस्तु गर्म अवस्था में थी जिसको मिट्टी में सुरक्षित रखी गई। ठण्डी होने पर एक कांच के जार में सुरक्षित रखा गया हैं। इस वस्तु का वजन 2 KG 788 GM हैं। मौका के सुरक्षित कर पुलिस जाब्ता लगा दिया गया हैं। सूचना पाकर मौके पर एकत्रित आये कस्बेवासियों को समझाइश कर हटा दिया गया हैं । निर्देशानुसार उक्त वस्तु को जो किसी धातु से बनी हुई लग रही हैं जिसका काले पत्थर नुमा आकार हैं को एक जार में रखवाई जाकर सुरक्षित कर ली गई हैं।एक साल में सत्रह हजार उल्कापिंड आते हैंवैज्ञानिक आंकड़ों के मुताबिक धरती पर यूं तो हर साल 17 हजार से ज्यादा उल्कापिंड टकराते हैं, लेकिन शुक्रवार सुबह राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में तेज आवाज और धमाके के साथ एक रहस्यमयी धातु गिरने से लोगों में हड़कंप मच गया. करीब पौने तीन किलो के इस धातु को प्रथमदृष्या उलकापिंड बताया जा रहा है. लेकिन अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है. वैज्ञानिकों की एक टीम को मौके पर बुलाया गया है और इसके बाद स्पष्ट होगा कि जमीन में धंसी मिली ये वस्तु क्या है? कुछ लोग इसे जासूसी उपग्रह का हिस्सा भी बता रहे हैं। यह पिंड पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई और तरह-तरह की अफवाहें उड़ रही हैं. हालाँकि एक अनुमान के मुताबिक यह किसी जासूसी उपग्रह का हिस्सा हो सकता हैं, जो धरती के निकट आ गया और इससे धातु अलग हो गई।
सांचौर कस्बे के भंशाली अस्पताल व गायत्री कॉलेज के पास तेज गर्जना से आसमान से एक वस्तु गिरने की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी अरविंद राजपुरोहित मौके पर पहुंचे तो देखा वह काफी गर्म अवस्था में था। उसे ठंडा होने पर वजन किया गया तो 2 किलो 788 ग्राम वजनी धातु का टुकड़ा रूप में पाया गया है। अब जोधपुर विश्व विद्यालय की टीम जांच के लिए पहुंचेगी। यह एक काले पत्थरनुमा आकार का है, जिसे जार में रखवाई जाकर सुरक्षित कर ली गई हैं।सांचौर थानाधिकारी अरविंद पुरोहित के मुताबिक कि दिनांक 19 जून 2020 को सुबह करीब 7 बजे टेलिफोन से आसमान से धमाके के साथ कुछ गिरने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जानकारी मिली की गायत्री कॉलेज के पास आसमान से गर्जना के वस्तु गिरी है। टीम मौके पर पहुंची तो वस्तु जमीन में धंसी हुई मिली। भंसाली हॉस्पिटल के पास वाली कॉलोनी को जाने वाली सड़क के किनारे अजयराज देवासी के मकान के पास ही रोड किनारे एक धातुनुमा वस्तु जमीन में धंसी हुई नजर आई। सुरक्षा कारणों से घटना क्षेत्र को सुरक्षित किया गया और सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सांचोर, एसडीएम सांचोर , सीओ सांचोर और सेन्ट्रल आईबी पोस्ट प्रभारी भी मौके पर पहुंचे।
जानकारी के अनुसार इस धातु का बाह्य रूप से गहनता पूर्वक निरीक्षण कर सुरक्षा इन्तजाम किए और उक्त वस्तु को सावधानीपूर्वक जमीन से निकाला गया। यह वस्तु गर्म अवस्था में थी जिसको मिट्टी में सुरक्षित रखी गई। ठण्डी होने पर एक कांच के जार में सुरक्षित रखा गया हैं। इस वस्तु का वजन 2 KG 788 GM हैं। मौका के सुरक्षित कर पुलिस जाब्ता लगा दिया गया हैं। सूचना पाकर मौके पर एकत्रित आये कस्बेवासियों को समझाइश कर हटा दिया गया हैं । निर्देशानुसार उक्त वस्तु को जो किसी धातु से बनी हुई लग रही हैं जिसका काले पत्थर नुमा आकार हैं को एक जार में रखवाई जाकर सुरक्षित कर ली गई हैं।एक साल में सत्रह हजार उल्कापिंड आते हैंवैज्ञानिक आंकड़ों के मुताबिक धरती पर यूं तो हर साल 17 हजार से ज्यादा उल्कापिंड टकराते हैं, लेकिन शुक्रवार सुबह राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में तेज आवाज और धमाके के साथ एक रहस्यमयी धातु गिरने से लोगों में हड़कंप मच गया. करीब पौने तीन किलो के इस धातु को प्रथमदृष्या उलकापिंड बताया जा रहा है. लेकिन अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है. वैज्ञानिकों की एक टीम को मौके पर बुलाया गया है और इसके बाद स्पष्ट होगा कि जमीन में धंसी मिली ये वस्तु क्या है? कुछ लोग इसे जासूसी उपग्रह का हिस्सा भी बता रहे हैं। यह पिंड पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई और तरह-तरह की अफवाहें उड़ रही हैं. हालाँकि एक अनुमान के मुताबिक यह किसी जासूसी उपग्रह का हिस्सा हो सकता हैं, जो धरती के निकट आ गया और इससे धातु अलग हो गई।