Union Budget 2025: वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट को लेकर सरकार की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार देश के विभिन्न सेक्टरों की नजरें वित्त मंत्री के बजट भाषण पर टिकी होंगी। रेलवे सेक्टर, जो देश के इंफ्रास्ट्रक्चर और परिवहन का एक अहम हिस्सा है, को भी इस बजट से कई महत्वपूर्ण घोषणाओं की उम्मीद है। आम यात्रियों से लेकर रेलवे से जुड़ी कंपनियां तक, सभी की उम्मीदें इस बजट से जुड़ी हुई हैं। वहीं, सरकार भी रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण के लिए बड़े ऐलान कर सकती है।
रेलवे बजट में हो सकता है 18 प्रतिशत का अतिरिक्त आवंटन
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार इस बार रेलवे के लिए पिछले बजट की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक आवंटन कर सकती है। पिछले साल, केंद्र सरकार ने रेलवे के लिए रिकॉर्ड 2,62,200 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) की घोषणा की थी। यह आवंटन रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास, सुरक्षा सुधारों और नई सेवाओं को शुरू करने के लिए किया गया था। इस साल भी सरकार इसी ट्रेंड को जारी रख सकती है।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए कवच प्रोटेक्शन सिस्टम पर फोकस
यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सरकार कवच प्रोटेक्शन सिस्टम को विस्तार देने की योजना पर काम कर रही है। रेल मंत्रालय की योजना के मुताबिक, अगले दो वर्षों में 10,000 ट्रेन इंजनों (लोकोमोटिव) में कवच प्रोटेक्शन सिस्टम इंस्टॉल किया जाएगा। इसके अलावा, 15,000 किलोमीटर के रेल रूट पर भी इस सुरक्षा प्रणाली को लागू करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना के लिए लगभग 12,000 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय का अनुमान है।कवच प्रोटेक्शन सिस्टम रेलवे के लिए एक बड़ा सुरक्षा उपाय है, जो ट्रेन टक्कर जैसी दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करता है। इस सिस्टम के जरिए ट्रेन संचालन के दौरान मानवीय गलतियों को कम किया जा सकता है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा में सुधार होगा।
नई वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों की घोषणा संभव
इस बजट में सरकार नई वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों की भी घोषणा कर सकती है। वंदे भारत ट्रेनें अपनी गति, आराम और आधुनिक सुविधाओं के लिए जानी जाती हैं। वहीं, अमृत भारत ट्रेनों का उद्देश्य अधिक से अधिक यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करना है।इसके साथ ही, सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत और अधिक रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की दिशा में कदम उठाए जा सकते हैं। इस योजना के तहत अब तक 1275 रेलवे स्टेशनों को बेहतर यात्री सुविधाओं के साथ आधुनिक रूप देने की योजना बनाई गई है। आगामी बजट में इस लिस्ट में और भी कई स्टेशनों के नाम जोड़े जा सकते हैं।
रोलिंग स्टॉक और पहियों के ऑर्डर को लेकर बड़े फैसले संभव
रेलवे के विकास को गति देने के लिए रोलिंग स्टॉक, मालगाड़ी के डिब्बों और पहियों के लिए नए ऑर्डर दिए जाने की संभावना है। इससे रेलवे से जुड़ी कंपनियों को बड़े पैमाने पर फायदा होगा। बीएचईएल, बीईएमएल, आरवीएनएल, आईआरएफसी, और टीटागढ़ जैसी कंपनियों को इससे बड़ा व्यापारिक लाभ मिल सकता है।रोलिंग स्टॉक के उत्पादन और पहियों के ऑर्डर में वृद्धि से रेलवे का परिचालन अधिक कुशल हो जाएगा और माल परिवहन की क्षमता भी बढ़ेगी। इससे रेलवे की राजस्व में वृद्धि होने के साथ-साथ इन्वेस्टर्स को भी सकारात्मक संकेत मिलेगा।
रोजगार और आर्थिक विकास को मिलेगा बढ़ावा
रेलवे सेक्टर में किए जाने वाले निवेश से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। नए ट्रेनों के निर्माण, स्टेशन मॉडर्नाइजेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, रेलवे के आधुनिकीकरण से देश की आर्थिक विकास दर में भी सकारात्मक योगदान होगा।
फोकस रहेगा हरित ऊर्जा पर
सरकार का ध्यान रेलवे को हरित ऊर्जा पर स्थानांतरित करने की दिशा में भी हो सकता है। पिछले बजट में, सरकार ने रेलवे के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए कई पहलें की थीं। इस बार के बजट में भी रेलवे के इलेक्ट्रिफिकेशन और सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने की घोषणा संभव है।
आम यात्रियों की उम्मीदें
आम यात्री इस बजट में बेहतर यात्री सुविधाओं, ट्रेनों की संख्या में वृद्धि और किराए में कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई, स्वच्छता, और यात्रियों के लिए डिजिटल सुविधाओं में सुधार की दिशा में भी बड़े कदम उठाए जा सकते हैं। इसके अलावा, यात्रियों को ट्रेनों की समयबद्धता और सुरक्षा को लेकर भी बड़े सुधार की उम्मीद है।
निष्कर्ष
वित्त वर्ष 2025-26 का केंद्रीय बजट रेलवे सेक्टर के लिए कई नई संभावनाएं लेकर आ सकता है। रेलवे का आधुनिकीकरण, सुरक्षा सुधार और नई ट्रेन सेवाओं की घोषणा से न केवल इस सेक्टर को मजबूती मिलेगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आने वाले बजट में रेलवे के लिए किए जाने वाले ऐलानों का सभी को बेसब्री से इंतजार है।