Vikrant Shekhawat : Dec 05, 2020, 04:14 PM
MP: ईमानदारी की ऐसी मिसाल मध्य प्रदेश के बैतूल में देखने को मिली जहां एक लड़की के पास एक लाख बीस हजार रुपये से भरा बैग मिला जिसे लड़की ने पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने उस किसान को भी लौटा दिया जिसके पास पैसा था। आपने केवल ईमानदारी के उदाहरण सुने और देखे होंगे, लेकिन युवती रीता की ईमानदारी में बेजोड़ थी। हर बार लक्ष्मी रीता को मारती है लेकिन रीता हमेशा उसे लौटा देती है। ताजा मामला पुलिस को पैसों से भरा किसान का बैग लौटाने का है।
बिरुल बाजार निवासी राजा रमेश साहू भोपाल में अपनी गोभी की फसल बेचकर लौट रहे थे। उनका बैग वैष्णवी बस में छोड़ दिया गया था। बस में आगे यात्रा कर रहे पोहर निवासी रीता को यह बैग मिला, जिसे देखते ही एक लाख बाईस हजार रुपये मिल गए।अपनी ईमानदारी दिखाते हुए, रीता ने बैग को पुलिस स्टेशन शेखर को सौंप दिया। पुलिस ने पैसे से भरे इस बैग को किसान राजा साहू को बस वालों की मदद से सौंप दिया।साईखेड़ा पुलिस थाना प्रभारी रत्नाकर हिंगवे का कहना है कि रीता की पैसे की वापसी पहली बार नहीं हुई है। 42 हजार रुपये गलती से रीता के पिता के खाते में दर्ज हो गए, जिसे उसने असली व्यक्ति को लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की है। थाना प्रभारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी देते हुए युवती रीता पवार को सम्मानित किया।
बिरुल बाजार निवासी राजा रमेश साहू भोपाल में अपनी गोभी की फसल बेचकर लौट रहे थे। उनका बैग वैष्णवी बस में छोड़ दिया गया था। बस में आगे यात्रा कर रहे पोहर निवासी रीता को यह बैग मिला, जिसे देखते ही एक लाख बाईस हजार रुपये मिल गए।अपनी ईमानदारी दिखाते हुए, रीता ने बैग को पुलिस स्टेशन शेखर को सौंप दिया। पुलिस ने पैसे से भरे इस बैग को किसान राजा साहू को बस वालों की मदद से सौंप दिया।साईखेड़ा पुलिस थाना प्रभारी रत्नाकर हिंगवे का कहना है कि रीता की पैसे की वापसी पहली बार नहीं हुई है। 42 हजार रुपये गलती से रीता के पिता के खाते में दर्ज हो गए, जिसे उसने असली व्यक्ति को लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की है। थाना प्रभारी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी देते हुए युवती रीता पवार को सम्मानित किया।