AajTak : Apr 14, 2020, 11:24 PM
India Lockdown: कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया गया था, जिसका आज अंतिम दिन था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महामारी से उपजे हालात को देखते हुए देश के नाम संबोधन में लॉकडाउन को 3 मई तक जारी रखने का फैसला लिया। इस फैसले को लेकर मुंबई में प्रवासी कामगारों के बीच अफवाह फैल गई कि लॉकडाउन खत्म कर दिया गया है। इसके बाद मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ उमड़ आई।महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित है। ऐसे में जब लॉकडाउन के दौरान बांद्रा स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ उमड़ी उस वक्त वहां पुलिस नदारद थी। लोगों की वहां इतनी भीड़ जमा हो गई कि उसे संभालना मुश्किल हो गया।दरअसल कामगारों को लगा कि लॉकडाउन खत्म कर दिया गया है, जिसके बाद अपने घर जाने के लिए वो स्टेशन की तरफ निकल गए। भीड़ जमा होने के बाद सूचना मिलने पर पुलिस वहां आनन-फानन में पहुंची और लोगों से अपने-अपने घरों में लौट जाने के लिए कहा।बांद्रा स्टेशन पर इस कदर भीड़ थी कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गईं। घर जाने के लिए स्टेशन पर मजदूरों का सैलाब उमड़ पड़ा, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 10 हजार के आंकड़े को पार कर चुकी है। हर रोज कोरोना वायरस के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। एक ओर जहां शुरुआती दौर में कोरोना के मामलों की संख्या 24 घंटे में 300 से 500 तक बढ़ती थी तो वहीं अब ये रफ्तार पकड़ चुकी है। बीते दो से तीन दिनों में हर रोज कोरोना के 1000 से ऊपर केस सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना के मामलों में और तेजी आई है।इस घटना को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने इसे केंद्र सरकार की नाकामी करार दिया है। आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि मजदूर खाने और रहने के लिए नहीं बल्कि अपने घर जाने के लिए परेशान हैं। केंद्र सरकार ने उन्हें घर तक भेजने की कोई व्यवस्था नहीं की।