AajTak : Apr 06, 2020, 08:20 AM
क्राइम | देश में कोरोना वायरस का संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं देश में कोरोना के खतरे से निपटने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है। इस बीच गुजरात में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बेचने से जुड़े एक ऑनलाइन विज्ञापन का मामला सामने आया है।देश जहां कोरोना वायरस महामारी का सामना कर रहा है तो ऑनलाइन वेबसाइट ओएलएक्स पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बेचने का विज्ञापन निकला है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को बेचने का विज्ञापन निकलने से सरकारी महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है।30 हजार करोड़ रुपये रखी कीमतदरअसल, ओएलएक्स पर एक विज्ञापन पोस्ट किया गया, जिसमें स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की बिक्री की बात कही गई। इस विज्ञापन में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को 30 हजार करोड़ रुपये में बेचने के लिए रखा गया। साथ ही लिखा कि गुजरात सरकार को कोरोना वायरस के हालत से लड़ने के लिए अस्पताल और मेडिकल उपकरणों के लिए पैसों की जरूरत है।वहीं मामले के सामने आने के बाद स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्रशासन भी हरकत में आ गया और इस मामले को लेकर केवड़िया कॉलोनी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई। प्रशासन ने अज्ञात शख्स और ओएलएक्स कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।पीएम मोदी ने किया था उद्घाटनमामले को लेकर डिप्टी कलेक्टर नीलेश दुबे का कहना है कि ओएलएक्स कंपनी में बातकर इस विज्ञापन को हटवा दिया है। हालांकि इस बात की जांच की जा रही है कि इस तरह का विज्ञापन किसने वेबसाइट पर दिया था। बता दें कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी सरदार पटेल का स्मारक है। इस प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2018 में इसका उद्घाटन किया था।