खेल / अमेरिकी विमान से गिरकर मरने वालों में से एक था अफगान की राष्ट्रीय टीम का फुटबॉलर: खबर

अफगान न्यूज़ एजेंसी अरिआना के अनुसार, सोमवार को काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी विमान से गिरने से अफगान राष्ट्रीय युवा टीम के 19-वर्षीय फुटबॉलर ज़की अनवारी की मौत हो गई। बतौर रिपोर्ट, खेल महानिदेशालय ने अमेरिकी वायुसेना के सी-17 विमान से गिरे अनवारी की मौत की पुष्टि की। इससे पहले विमान से गिरने वाले 2 लोगों की तस्वीर सामने आई थी।

Vikrant Shekhawat : Aug 20, 2021, 03:18 PM
काबुल: एक अफगान फुटबॉलर, जो राष्ट्रीय युवा टीम के लिए खेलता था, काबुल एयरपोर्ट से उड़े एक विमान से गिरकर मारा गया.. गुरुवार को एक खेल संघ ने यह जानकारी दी.काबुल में एक अमेरिकी विमान के साथ चिपके लोगों का वीडियो सोमवार को सामने आया था. कुछ लोग चलते विमान के परों पर चढ़ गए थे और बाद में उन्हें हवा से नीचे गिरते देखा गया. मरने वालों में जकी अनवरी भी शामिल था, जो एक युवा फुटबॉलर था. अफगानिस्तान में खेल को बढ़ावा देने के लिए काम करने वाली सरकारी संस्था जनरल डायरेक्टरेट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स ऑफ अफगानिस्तान ने गुरुवार को जकी अनवरी की मौत की सूचना दी. संस्था ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, "हजारों अन्य युवाओं की तरह अनवरी भी देश से जाना चाहता था लेकिन एक अमेरिकी विमान से गिर गया और उसकी मौत हो गई.” तालिबान द्वारा देश पर नियंत्रण करने के बाद हजारों लोग देश छोड़कर चले गए हैं और अब भी वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं.

सोमवार को ऐसे वीडियो सामने आए थे जब काबुल एयरपोर्ट पर लोग विमानों पर सवार होने की कोशिश में धक्का मुक्की करते दिखे. कुछ लोग विमान के ऊपर और उसके परों पर भी बैठ गए थे. एक अमेरिकी विमान जब अपने लोगों को लेकर उड़ने के लिए रनवे से चल पड़ा, तो भी लोग उसके पीछे भाग रहे थे और उन्हीं में से कुछ उसके परों पर चढ़ गए थे. बाद में एक वीडियो में लोगों को विमान से गिरते देखा गया. इस सी-17 अमेरिकी विमान के पहियों पर भी मानव शरीर के टुकड़े चिपके मिले थे. अमेरिकी वायु सेना की प्रवक्ता ऐन स्टेफानेक ने बताया, "विमान द्वारा सामान उतारे जाने से पहले ही सैकड़ों लोगों ने उसे घेर लिया था. सुरक्षा स्थिति के लगातार खराब होते जाने के मद्देनजर विमान के चालकदल ने जल्द से जल्द वहां से निकलने का फैसला किया.” 18,000 निकाले गए सोमवार को तालिबान द्वारा नियंत्रण किए जाने के बाद से काबुल से 18 हजार से ज्यादा लोग निकाले गए हैं.

एक नाटो अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट से कम से कम से 18 हजार लोगों को विमानों द्वारा निकाला जा चुका है. इसके बावजूद एयरपोर्ट पर ऐसे लोगों की भीड़ लगातार बढ़ रही है, जो देश छोड़कर जाना चाहते हैं. इसके चलते जी-7 के देशों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि संकट को बढ़ने से रोकने के लिए जिम्मेदारी उठाएं. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने एक बयान में कहा कि दुनिया को इस संकट से निपटने के लिए एकजुट होना चाहिए. उन्होंने कहा, "जी-7 के मंत्री अंतरराष्ट्रीय समुदाय से साथ आने की अपील करते हैं. इस संकट को बढ़ने से रोकने के लिए एक साझा अभियान की जरूरत है.” ब्रिटेन इस वक्त जी-7 का अध्यक्ष है जिसमें अमेरिका, इटली, फ्रांस, जर्मनी, जापान और कनाडा अन्य सदस्य देश हैं. ब्रिटेन ने बुधवार को कहा था कि इस साल वह अफगानिस्तान को दी जाने वाली मदद की राशि दोगुनी यानी 39 करोड़ डॉलर कर देगा.

तालिबान का विरोध अफगानिस्तान से तालिबान के विरोध में कई शहरों में प्रदर्शनों की खबरें आ रही हैं. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए कुछ वीडियो में कई शहरों में लोगों को राष्ट्रीय झंडा लिए सड़कों पर देखा जा सकता है. देखिए, अफगानिस्तान में अमेरिका का 7 गलतियां गुरुवार को काबुल में एक प्रदर्शन हुआ जिसमें लगभग 100 लोग शामिल हुए. इन लोगों के हाथों में अफगानिस्तान का लाल, काले और हरे रंग का राष्ट्रीय ध्वज था. अफगानिस्तान का झंडा सफेद रंग का है जिस पर काले रंग में शहादा अंकित है. लोग अफगानिस्तान जिंदाबाद और हमारा झंडा हमारी शान जैसे नारे लगा रहे थे. स्थानीय पत्रकारों के मुताबिक खोस्त शहर में प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई गई जिसके बाद कर्फ्यू लगा दिया गया.