Vikrant Shekhawat : Jan 04, 2021, 07:15 PM
केंद्र और किसानों के बीच 8वें दौर की बातचीत में भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया। विज्ञान भवन में करीब 4 घंटे चली बैठक के बाद किसानों ने कहा कि हमने केंद्र के सामने कृषि कानूनों की वापसी की ही बात रखी। बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- कानून वापसी नहीं तो घर वापसी भी नहीं।
सोमवार की मीटिंग में MSP को कानूनी रूप देने के मुद्दे पर भी किसानों और केंद्र में सहमति नहीं बन पाई। हालांकि, सरकार और किसान 8 जनवरी को दोबारा बातचीत करने पर राजी हो गए है। मीटिंग के बाद राकेश टिकैत ने कहा, '8 जनवरी की बातचीत में भी हमारा मुद्दा MSP और कानूनों की वापसी ही रहेगा।'
इधर, मीटिंग के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'चर्चा जिस हिसाब से चल रही है, उस हिसाब से किसान चाहते हैं कि सरकार रास्ता निकाले और उन्हें आंदोलन खत्म करने का रास्ता मिले। ऐसे मुद्दों पर चर्चा के कई दौर चलते हैं, पूरे देश के करोड़ों किसानों के लाभ के बारे में भी सोचना पड़ता है। सरकार पूरे देश को ध्यान में रखकर ही फैसला करेगी। कानून और MSP ही मुख्य मुद्दे हैं।'
सरकार बोली- दोनों पक्ष समाधान चाहते हैं:
किसानों से कई दौर की बातचीत के बाद भी नतीजा न निकलने पर तोमर ने कहा, 'ऐसे मामलों में चर्चा आगे बढ़ती है और फिर पीछे जाती है। चर्चा ठीक वातावरण में हुई है और दोनों पक्ष ही जल्द समाधान चाहते हैं। 8 तारीख को 2 बजे बैठक होगी और उसमें चर्चा आगे बढ़ेगी। जब हम तारीख तय करते हैं तो किसान संगठनों की मंजूरी से ही तय करते हैं। स्वाभाविक है कि रास्ता निकालने के लिए दोनों हाथों से ही तालियां बजती हैं।'
सोमवार की मीटिंग में MSP को कानूनी रूप देने के मुद्दे पर भी किसानों और केंद्र में सहमति नहीं बन पाई। हालांकि, सरकार और किसान 8 जनवरी को दोबारा बातचीत करने पर राजी हो गए है। मीटिंग के बाद राकेश टिकैत ने कहा, '8 जनवरी की बातचीत में भी हमारा मुद्दा MSP और कानूनों की वापसी ही रहेगा।'
इधर, मीटिंग के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'चर्चा जिस हिसाब से चल रही है, उस हिसाब से किसान चाहते हैं कि सरकार रास्ता निकाले और उन्हें आंदोलन खत्म करने का रास्ता मिले। ऐसे मुद्दों पर चर्चा के कई दौर चलते हैं, पूरे देश के करोड़ों किसानों के लाभ के बारे में भी सोचना पड़ता है। सरकार पूरे देश को ध्यान में रखकर ही फैसला करेगी। कानून और MSP ही मुख्य मुद्दे हैं।'
सरकार बोली- दोनों पक्ष समाधान चाहते हैं:
किसानों से कई दौर की बातचीत के बाद भी नतीजा न निकलने पर तोमर ने कहा, 'ऐसे मामलों में चर्चा आगे बढ़ती है और फिर पीछे जाती है। चर्चा ठीक वातावरण में हुई है और दोनों पक्ष ही जल्द समाधान चाहते हैं। 8 तारीख को 2 बजे बैठक होगी और उसमें चर्चा आगे बढ़ेगी। जब हम तारीख तय करते हैं तो किसान संगठनों की मंजूरी से ही तय करते हैं। स्वाभाविक है कि रास्ता निकालने के लिए दोनों हाथों से ही तालियां बजती हैं।'