Vikrant Shekhawat : Feb 04, 2024, 11:45 AM
Delhi Politics: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवील के बाद अब दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम शिक्षा मंत्री आतिशी के घर पहुंची है. इससे पहले 3 फरवरी को यह टीम अरविंद केजरीवाल के घर उन्हें नोटिस देने पहुंची थी. झारखंड के चल रहे सियासी मामलों के बीच अरविंद केजरीवील और अतिशी ने बीजेपी सरकार पर उनके पार्टी के विधायकों को खरीदने के साथ दिल्ली में ऑपरेशन लोटस 2.0 का आरोप लगाया था.शिक्षा मंत्री आतिशी ने अपने कैप के अधिकारियों को क्राइम ब्रांच के इस नोटिस को रिसीव करने को कहा है. आतिशी कई दिनों से चंडीगढ़ में हैं. इसके पहले 2 फरवरी को भी क्राइम ब्रांच की टीम आतिशी के घर पहुंची थी लेकिन आतिशी के दिल्ली में ना होने की वजह से टीम वापस आ गई. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच की टीम आतिशी के ओएसडी का इंतजार कर रहे हैं. ओएसडी के आने पर उनसे आतिशी से मिलवाने के लिए कहा जाएगा और अगर इंतजार करने के बाद भी आतिशी नही मिलेंगी तो ओएसडी को भी नोटिस सर्व कराया जा सकता है.क्या है मामला ?यह मामला तब शुरू हुआ जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल के साथ आतिशी ने बीजेपी पर आम आदमी पार्टी के विधायकों को 25 करोड़ का लालच देकर सरकार गिराने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही आतिशी ने कहा, उन्होंने आप विधायकों को पैसे की पेशकश कर अपने पाले में करने की इसी तरह की कोशिश पिछले साल भी की थी, लेकिन वे असफल रहे. बीजेपी ने इन आरोपों की जांच के लिए दिल्ली कमिश्नर को शिकायत दी थी, जिसके बाद इस मामले की जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को दे दिया गया. क्राइम ब्रांच की जारी इस नोटिस में बीजेपी पर लगाए गए आरोपों के सबूतों की मांग की है.5 घंटे तक चला नाटकीय घटनाक्रम3 फरवरी को केजरीवाल के घर पर क्राइम ब्रांच की टीम 5 घंटे तक रही, इस दौरान पूरे समय नाटकीय घटनाक्रम चलता रहा जिसके बाद उन्हें नोटिस सौपा गया. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा,हमने उन्हें (केजरीवाल) नोटिस तामील कराया है.वह लिखित रूप में तीन दिनों के अंदर जवाब दे सकते हैं. साथ ही इस नोटिस में उनसे उन विधायकों के नाम बताने को कहा गया है जिन्होंने यह दावा किया है कि बीजेपी ने उनसे संपर्क किया है. 2 फरवरी की शाम में भी टीम नोटिस लेकर उनके घर पहुंची थी पर केजरीवाल के अधिकारियों ने इसे रिसीव करने से इनकार कर दिया था.केजरीवाल ने किया ट्वीटअरविंद केजरीवाल के नोटिस रिसीव करने के बाद उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि,मुझे क्राइम ब्रांच के इस पुलिस ऑफिसर से सहानुभूति है. इनका क्या कसूर है? इनका काम है दिल्ली में क्राइम रोकना, पर इनसे क्राइम रोकने की बजाय इस किस्म की नौटंकी करवाई जा रही है. इसीलिए दिल्ली में इतना क्राइम बढ़ रहा है. इनके पोलिटिकल आका मुझसे पूछ रहे हैं कि आप के किस किस MLA को तोड़ने की कोशिश की गयी? पर मुझसे ज्यादा तो आपको पता है? आपको तो सब कुछ पता है? केवल दिल्ली क्यों, पूरे देश भर में पिछले कुछ सालों में दूसरी पार्टियों के कौन कौन से MLA तोड़कर सरकारें गिरायी गयीं, आपको तो सब पता है? फिर ये ड्रामा क्यों?