देश / BJP में शामिल होने के बाद मिथुन ने खुद को बताया कोबरा सांप

कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। पीएम जब मंच पर पहुंचे थे मिथुन ने उनका स्वागत भी किया। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ''मैंने एक बार जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना देखा था, लेकिन मैंने कभी एक ऐसे मंच पर रहने का सपना नहीं देखा था जहां इतने बड़े नेता और सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मौजूद होंगे।

Vikrant Shekhawat : Mar 07, 2021, 04:54 PM
कोलकाता | अभिनेता से नेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने आज कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। पीएम जब मंच पर पहुंचे थे मिथुन ने उनका स्वागत भी किया। रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ''मैंने एक बार जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना देखा था, लेकिन मैंने कभी एक ऐसे मंच पर रहने का सपना नहीं देखा था जहां इतने बड़े नेता और सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी मौजूद होंगे।''

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष एवं अन्य ने मिथुन चक्रवर्ती का पार्टी में स्वागत किया। घोष ने चक्रवर्ती को पार्टी का झंडा सौंपा। इसके बाद राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अभिनेता ने कहा कि उन्हें बंगाली होने पर गर्व है।

उन्होंने कहा, ''मैं हमेशा जीवन में कुछ बड़ा करना चाहता था, लेकिन कभी भी इतनी बड़ी रैली का हिस्सा बनने का सपना नहीं देखा था, जिसे दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी द्वारा संबोधित किया जाना है। मैं हमारे समाज के गरीब वर्गों के लिए काम करना चाहता था और वह इच्छा अब पूरी होगी।''

इस पर समर्थकों ने खुशी जतायी। चक्रवर्ती ने इस मौके पर अपनी एक फिल्म का एक संवाद भी बोले और कहा, ''अमी जोल्धोराओ नोई, बीले बोराओ नोई ... अमि इक्ता कोबरा, ईक चोबोल-ई छोबी (मुझे एक हानिरहित सांप समझने की गलती न करें, मैं एक कोबरा हूं, लोगों को एक बार में डंसकर मार भी सकता हूं)।''

विजयवर्गीय ने शनिवार शाम यहां चक्रवर्ती के निवास पर मुलाकात के बाद घोषणा की थी कि वह रैली में शामिल होंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले महीने मुंबई में अभिनेता के आवास पर उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें शुरू हो गयी थीं ।

तृणमूल कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य रह चुके अभिनेता ने सारदा पोंजी घोटाले में नाम आने के बाद 2016 में उच्च सदन की सदस्यता छोड़ दी थी। उन्होंने हालांकि इसके लिए स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला दिया था।