Share Market Today / शेयर बाजार का बाउंस बैक, सेंसेक्स 493 अंक की उछाल, इन स्टॉक्स में अच्छी तेजी

पिछले हफ्ते की भारी गिरावट के बाद सोमवार को शेयर बाजार में तेजी देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 493.08 अंकों की बढ़त के साथ 78,534.67 पर और एनएसई निफ्टी 145.55 अंकों की बढ़त के साथ 22,464.95 पर पहुंचा। जानकारों के अनुसार विदेशी निवेशकों का रुख बाजार की चाल तय करेगा।

Vikrant Shekhawat : Dec 23, 2024, 09:31 AM
Share Market Today: पिछले हफ्ते की भारी गिरावट के बाद भारतीय शेयर बाजार ने आज नई ऊर्जा के साथ वापसी की है। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बीएसई सेंसेक्स ने 493.08 अंकों की उछाल के साथ 78,534.67 अंकों पर कारोबार शुरू किया। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 145.55 अंक चढ़कर 22,464.95 अंक पर पहुंच गया। यह तेजी बाजार में निवेशकों के लिए राहत की खबर लेकर आई है।

कौन से शेयर चमके और कौन से फिसले?

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में TATASTEEL, ULTRACEMCO, LT, TATAMOTORS, BAJAJFINSV, और BAJFINANCE ने शानदार प्रदर्शन किया। इन कंपनियों के शेयरों में तेजी से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। दूसरी ओर, पावर ग्रिड और जोमैटो के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे इन कंपनियों में निवेश करने वालों को नुकसान उठाना पड़ा।

बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना

शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर फिलहाल जारी रह सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, बाजार की चाल काफी हद तक विदेशी निवेशकों के रुख पर निर्भर करेगी। अगर विदेशी निवेशक बिकवाली जारी रखते हैं, तो बाजार में फिर से गिरावट आ सकती है। इसके विपरीत, अगर विदेशी निवेशकों का रुझान खरीदारी की ओर होता है, तो बाजार में स्थिरता और तेजी देखने को मिल सकती है।

पिछले हफ्ते की भारी गिरावट

पिछला सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक (4.98%) टूटकर बंद हुआ था। इसी तरह, निफ्टी 1,180.8 अंक (4.76%) की गिरावट के साथ बंद हुआ। इस गिरावट के चलते सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में 4,95,061 करोड़ रुपये की कमी आई। टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज को इस मंदी से सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा।

गिरावट की वजह क्या थी?

पिछले हफ्ते बाजार में गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा थी। फेड ने 2025 में केवल दो बार ब्याज दरों में कटौती का संकेत दिया, जिससे वैश्विक बाजारों में नकारात्मक धारणा बनी। इस घोषणा का प्रभाव भारतीय बाजारों पर भी पड़ा और निवेशकों ने बड़े पैमाने पर बिकवाली की।

निवेशकों के लिए सलाह

बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए विशेषज्ञ निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे समय में लंबे समय के लिए निवेश करना और मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों के शेयरों का चयन करना समझदारी भरा कदम होगा।

निष्कर्ष

आज की तेजी ने बाजार में एक सकारात्मक संकेत दिया है, लेकिन निवेशकों को यह नहीं भूलना चाहिए कि बाजार में अस्थिरता अभी खत्म नहीं हुई है। विदेशी और घरेलू दोनों कारकों पर नजर रखना जरूरी होगा। सही रणनीति और सावधानी से निवेश करने वाले निवेशकों के लिए यह समय लाभकारी हो सकता है।