बॉलीवुड बैन / सुशांतसिंह राजपूत की मौत से आहत बॉलीवुड के गाने नहीं गाएंगी यह मशहूर गायिका

सुशांत सिंह राजपुत के मौत से आहत मशहूर लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने लिया अपने गानो को लेकर बड़ा फैसला। मैथिली ठाकुर ने सुशांत सिंह राजपूत को अपना पसंदीदा अभिनेता बताते हुए निधन पर शोक जताया है और साथ ही उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया की अब वो बॉलीवुड के कवर सांग को नहीं गाएंगी।।

Vikrant Shekhawat : Jun 20, 2020, 11:27 AM
Patna | सुशांत सिंह राजपुत निधन से आहत मशहूर लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने लिया अपने गानो को लेकर बड़ा फैसला। मैथिली ठाकुर ने सुशांत सिंह राजपूत को अपना पसंदीदा अभिनेता बताते हुए निधन पर शोक जताया है और साथ ही उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया की अब वो बॉलीवुड के कवर सांग को नहीं गाएंगी। 

मैथिली ठाकुर के छोटे भाई ऋषभ ठाकुर के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल से 16 जून को रिलीज हुई वीडियो में मैथली ठाकुर व ऋषभ ठाकुर सुशांत सिंह राजपूत के निधन से आहत दिखे और उन्होंने वीडियो में सीधे तौर पर तो इसका जिक्र नहीं किया, लेकिन यह जरूर कहा कि वे बीते दो दिन से आ रखी खबरों से बहुत आहत हुए हैं। मै​थली ने कहा पिछले दो दिनों से इन सब बातों को लेकर परेशान थीं। इसलिए उन्होंने ये फैसला लिया कि अब वो कोई भी बॉलीवुड कवर सांग नही गाएंगी। बॉलीवुड सितारे सुशांतसिंह राजपूत की मौत के बार बिहार की किड स्टार मैथिली ठाकुर और उनके भाई रिषव ठाकुर ने अपने यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बॉलीवुड कवर ​गाने बंद करने की घोषणा की है। सुशांतसिंह की मौत के दो दिन बाद आरव के एक यूट्यूब चैनल पर लाइव आकर भाई—बहिन की जोड़ी ने यह करने की घोषणा करके अपने फैन को खासा चौंका दिया है। गौरतलब है कि मैथिली और उनका परिवार सुशांतसिंह की तरह बिहार ​से आते हैं।

कौन हैं मैथिली ठाकुर

मैथिली ठाकुर एक भारतीय गायिका हैं। उन्हें 2017 में प्रसिद्धि मिली, जब राइजिंग स्टार के सीज़न 1 में भाग लिया। मैथिली शो की पहली फाइनलिस्ट थीं। वह दो वोटों से पीछे रहकर रनर अप रहीं, इससे उनकी इंटरनेट लोकप्रियता बढ़ी। YouTube और Facebook पर उनके वीडियो अब मिलियन्स में देखे जाते हैं। वह मैथिली और भोजपुरी गाने गाती हैं जिसमें छठ गीत और कजरी शामिल हैं। वह अन्य राज्यों से कई तरह के बॉलीवुड कवर और अन्य पारंपरिक लोक संगीत भी गाती रही हैं। 

मैथिली का जन्म 25 जुलाई 2000 को बिहार के मधुबनी जिले में स्थित बेनीपट्टी नामक एक छोटे से शहर में हुआ था। उनके पिता रमेश ठाकुर, जो खुद अपने क्षेत्र के लोकप्रिय संगीतकार थे, और माता भारती ठाकुर, एक गृहिणी। मैथिली के दो छोटे भाई हैं, जिनका नाम रिशव और अयाची है, जो उनकी बड़ी बहन की संगीत यात्रा का अनुसरण करते हैं, जो तबला बजाकर और गायन में उनका साथ देते हैं। उसने अपने पिता से संगीत सीखा। अपनी बेटी की क्षमता को महसूस करते हुए और अधिक अवसर प्राप्त करने के लिए, रमेश ठाकुर ने खुद को और अपने परिवार को नई दिल्ली में स्थापित किया है। मैथिली और उनके दो भाइयों की शिक्षा वहाँ के बाल भवन इंटरनेशनल स्कूल में हुई थी। यहां तक ​​कि उनकी पढ़ाई के दौरान, तीन भाई-बहनों को उनके पिता ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत, हारमोनियम और तबला में प्रशिक्षित किया था।

लिटिल चैंप्स में भी आ चुकीं

मैथिली की संगीत यात्रा 2011 में शुरू हुई, जब वह ज़ी टीवी में प्रसारित होने वाले लिटिल चैंप्स नामक एक रियलिटी शो में दिखाई दीं। चार साल बाद उन्होंने एक और रियलिटी शो इंडियन आइडल जूनियर सोनी टीवी पर भी किया। लेकिन वह रियलिटी शो राइजिंग स्टार के माध्यम से एक राष्ट्रीय सनसनी बन गई, जिसमें वह रनर-अप के रूप में पहचानी गईं। शो के शुरुआती दौर से ही, मैथिली में अधिक लोकप्रियता थी, जिसने आसानी से चुनौतीपूर्ण गाने भी गाए थे।

वह अपने दो छोटे भाइयों रिशव और अयाची के साथ देखी जाती है। रिशव तबले पर हैं और अयाची एक गायक हैं। 2019 में मैथिली और उनके दो भाइयों को चुनाव आयोग द्वारा मधुबनी का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। उन्होंने 2015 में एक भारतीय संगीत शो "आई जीनियस यंग सिंगिंग स्टार" जीता और उन्होंने एक एल्बम हां रब्बा (यूनिवर्सल म्यूजिक) भी लॉन्च किया। उनके फेसबुक चैनल के 2 मिलियन से अधिक फॉलोअर हैं और इंस्टाग्राम पर उनके 700,000 से अधिक अनुयायी हैं। रिशव के चैनल पर डेढ़ मिलियन फॉलोवर्स हैं। वहीं अयाची के फॉलोवर्स भी लाखों में हैं। वह मैथिली व्लॉग नाम से भी लाखों समर्थकों वाला एक अन्य चैनल भी चलाती हैं।