India China Border / गलवान में झड़प के बाद चीन के कर्नल को बंधक बना लाई थी भारतीय सेना- सूत्र

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय सेना ने चीनी सेना के कर्नल रैंक के अधिकारी को बंधक बना लिया था । सूत्रों ने बताया कि 10 भारतीय सैनिकों को छोड़े जाने के बाद ही चीनी सेना यानी पीएलए (PLA) के कर्नल को छोड़ा गया था । बता दें कि इस संबंध में केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने भी दावा किया था कि चीन ने ही हमारे सैनिक नहीं लौटाए ।

Vikrant Shekhawat : Jun 21, 2020, 12:55 PM

पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत (India) और चीन (China) के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद भारतीय सेना ने चीनी सेना के कर्नल रैंक के अधिकारी को बंधक बना लिया था  सूत्रों ने बताया कि 10 भारतीय सैनिकों को छोड़े जाने के बाद ही चीनी सेना यानी पीएलए (PLA) के कर्नल को छोड़ा गया था  बता दें कि इस संबंध में केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह (VK Singh) ने भी दावा किया था कि चीन ने ही हमारे सैनिक नहीं लौटाए, भारत ने भी चीन के कई सैनिकों को वापस किया है 


पूर्वी लद्दाख स्थित गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों की हिंसक झड़प में चीनी सेना ने 10 भारतीय जवानों को बंधक बना लिया था, जबकि भारतीय सैनिकों ने चीन के कर्नल को अपने कब्जे में ले लिया था  अब खबर है कि चीन ने जब सभी भारतीय जवानों को छोड़ दिया, तब भारत की ओर से भी कर्नल को छोड़ा गया हालांकि, इस बाबत सेना की ओर से आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है 


इससे पहले भारतीय सेना ने गुरुवार को उन मीडिया खबरों को खारिज किया, जिनमें दावा किया गया है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में तीन दिन पहले चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़पों के बाद उसके कई सैनिक लापता हैं  सेना ने एक बयान में कहा, ‘यह स्पष्ट किया गया है कि कार्रवाई में कोई भारतीय सैनिक लापता नहीं हैं 


गौरतलब है कि बीते पांच और छह मई को हिंसक झड़प में लगभग 250 चीनी और भारतीय सैनिकों के शामिल होने के बाद क्षेत्र में स्थिति बिगड़ गई थी  बता दें साल 1962 के चीन-भारत युद्ध के बाद ऐसा पहली बार हुआ जब भारतीय सैनिकों को चीनी पक्ष ने बंधक बना लिया था