AajTak : Jul 29, 2020, 08:39 AM
Delhi: देश की रक्षा पंक्ति में वायु सेना के लिए सबसे बड़े मारक हथियार के रूप में फ्रांस से भारत आ रहे दुनिया के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल बुधवार को अंबाला एयरबेस पर उतरने वाले हैं। लेकिन अंबाला में मौसम खराब हो रहा है ऐसे में भारतीय वायु सेना ने जोधपुर के एयरबेस को इसके लिए दूसरे विकल्प के रूप में चुना है। ऐसा माना जा रहा है कि बुधवार को अंबाला का मौसम साफ नहीं होगा तो ऐसे में जो 5 राफेल लड़ाकू विमान आ रहे हैं उन्हें जोधपुर के एयरबेस पर उतारा जाएगा। हालांकि जोधपुर एयरबेस के अधिकारियों ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। लेकिन सूत्रों ने बताया कि इसको लेकर जोधपुर एयरबेस पर तैयारियां कर ली गई हैं।जब एक नया लड़ाकू विमान वायुसेना के बेड़े में शामिल होता है तो उसके स्वागत को लेकर जिस तरीके की व्यवस्था होती है, उसका स्वागत होता है, वह सभी औपचारिकताएं जोधपुर में की जाएंगी। यह विमान जोधपुर कब उतरेंगे अभी इसका समय तय नहीं किया गया है।गौरतलब है कि इससे पहले जून 2014 में जोधपुर एयरबेस पर चार राफेल विमान आए थे। जिन्होंने पश्चिमी सीमा पर चल रहे युद्धाभ्यास गरुड़ में भाग लिया था और प्रतिदिन जोधपुर से ही उड़ान भरा करते थे। अब अगर बुधवार को राफेल भारत में पहली बार जोधपुर एयरबेस पर उतरते हैं तो यह जोधपुर के लिए गौरव वाली बात होगी।बता दें कि जब राफेल का सौदा हुआ था तब यह कहा जाता था कि राफेल की स्क्वाड्रन जोधपुर में भी तैनात होगी जो मिग की जगह लेगी। क्योंकि हाल ही में वायुसेना ने मिग लड़ाकू विमान को जोधपुर एयरबेस से सेवानिवृत्ति दे दी है।