Zee News : Sep 01, 2020, 03:48 PM
नई दिल्ली: आज से हवाई सफर करना महंगा हो गया है। विमानन मंत्रालय ने ASF यानि एविएशन सिक्योरिटी फीस में न्यूनतम 10 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है। ये चार्ज आज से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से वसूला जाएगा। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर ASF अलग अलग होता है।
कितना महंगा हुआ हवाई सफर ASF के तौर पर विमानन मंत्रालय घरेलू यात्रियों से अभी 150 रुपये वसूलता था, लेकिन आज से 160 रुपये चुकाने पड़ेंगे। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से पहले 4।85 डॉलर लिया जाता था, अब उनसे 5।2 डॉलर वसूला जाएगा। इस फीस में अलग-अलग एयरलाइंस की गाइडलाइन और विमानों की संख्या के आधार पर दो से तीन रुपए का अंतर हो सकता है।विमानन मंत्रालय ने एक साल पहले 7 जून 2019 को भी ASF में बढ़ोतरी की थी। तब ASF को घरेलू यात्रियों के लिए 130 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया गया था। जबकि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए 3।2 डॉलर से बढ़ाकर 4।85 डॉलर किया गया था। आपको बता दें कि जब आप टिकट की बुकिंग करते हैं तभी एयरलाइंस आपसे ASF चार्ज करती हैं और सरकार को जमा करती हैं। ASF या PSF पैसेंजर सिक्योरिटी फीस, वो अतिरिक्त शुल्क है जो यात्रियों से एविएशन सिक्योरिटी/सुरक्षा के एवज में वसूला जाता है। ये एयर टिकट के अलावा यात्रियों को चुकाना होता है। कोरोना महामारी की वजह से 23 मार्च से देश में एयरलाइंस सेवाएं बंद हो गईं थीं। अब भी ये पूरी क्षमता के साथ नहीं चल रहीं हैं।
कितना महंगा हुआ हवाई सफर ASF के तौर पर विमानन मंत्रालय घरेलू यात्रियों से अभी 150 रुपये वसूलता था, लेकिन आज से 160 रुपये चुकाने पड़ेंगे। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से पहले 4।85 डॉलर लिया जाता था, अब उनसे 5।2 डॉलर वसूला जाएगा। इस फीस में अलग-अलग एयरलाइंस की गाइडलाइन और विमानों की संख्या के आधार पर दो से तीन रुपए का अंतर हो सकता है।विमानन मंत्रालय ने एक साल पहले 7 जून 2019 को भी ASF में बढ़ोतरी की थी। तब ASF को घरेलू यात्रियों के लिए 130 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया गया था। जबकि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए 3।2 डॉलर से बढ़ाकर 4।85 डॉलर किया गया था। आपको बता दें कि जब आप टिकट की बुकिंग करते हैं तभी एयरलाइंस आपसे ASF चार्ज करती हैं और सरकार को जमा करती हैं। ASF या PSF पैसेंजर सिक्योरिटी फीस, वो अतिरिक्त शुल्क है जो यात्रियों से एविएशन सिक्योरिटी/सुरक्षा के एवज में वसूला जाता है। ये एयर टिकट के अलावा यात्रियों को चुकाना होता है। कोरोना महामारी की वजह से 23 मार्च से देश में एयरलाइंस सेवाएं बंद हो गईं थीं। अब भी ये पूरी क्षमता के साथ नहीं चल रहीं हैं।