India Lockdown / 8 करोड़ यूजर्स के लिए Airtel का बड़ा तोहफा, मिलेगा फ्री टॉकटाइम और वैलिडिटी

कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है। इस बीच देशभर के लो-इनकम सब्सक्राइबर्स की मदद के लिए Airtel ने दो नई घोषणा की है। पहला कंपनी अपने 8 करोड़ लो-इनकम सब्सक्राइबर्स को 10 रुपये का टॉक टाइम दे रही है। इस टॉक टाइम का इस्तेमाल कॉल करने और मैसेज भेजने के लिए किया जा सकता है। दूसरा कंपनी ने सारे प्रीपेड रिचार्ज की वैलिडिटी को 17 अप्रैल तक बढ़ा दिया है।

AajTak : Mar 31, 2020, 03:01 PM
टेक डेस्क | कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है। इस बीच देशभर के लो-इनकम सब्सक्राइबर्स की मदद के लिए Airtel ने दो नई घोषणा की है। पहला कंपनी अपने 8 करोड़ लो-इनकम सब्सक्राइबर्स को 10 रुपये का टॉक टाइम दे रही है। इस टॉक टाइम का इस्तेमाल कॉल करने और मैसेज भेजने के लिए किया जा सकता है।

दूसरा कंपनी ने सारे प्रीपेड रिचार्ज की वैलिडिटी को 17 अप्रैल तक बढ़ा दिया है। यानी जो ग्राहक 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने तक नया रिचार्ज पैक नहीं खरीद पाएंगे उन्हें बिना रुकावटल इनकमिंग सेवाएं मिलती रहेंगी। एयरटेल ने जानकारी दी है कि ये बेनिफिट 8 करोड़ सब्सक्राइबर्स के अकाउंट में अगले 48 घंटों में क्रेडिट कर दिया जाएगा। ध्यान रहे कंपनी की ओर से ये कदम लो-इनकम सब्सक्राबर्स के लिए उठाया जा रहा है।

कंपनी ने एक स्टेटमेंट में मीडिया से कहा, 'इन 8 करोड़ ग्राहकों में प्रभावी रूप से एयरटेल नेटवर्क के सारे वंचित परिवार कवर होंगे। इन विशेष उपायों से खास तौर पर प्रवासी श्रमिकों और दैनिक वेतन भोगियों को लाभ होगा। जो COVID-19 का मुकाबला करने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से संभवित तौर पर प्रभावित हुए होंगे।'

साथ ही कंपनी ने कहा है कि एयरटेल नेटवर्क के बाकी ग्राहक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए पहले से ही अपना अकाउंट रिचार्ज कर रहे हैं। कंपनी ने प्रेस रिलीज में ये भी कहा है कि इन सभी उपायों से एयरटेल के ग्राहकों को सरकार की ओर से दी जा रही सभी जानकारियों का ऐक्सेस मिलता रहेगा। साथ ही ग्राहक जिनसे चाहें उनसे कनेक्ट भी कर पाएंगे।

आपको बता दें भारत में इस समय कोरोना को फैलने से बचाने के लिए सरकार ने देशभर में लॉकडाउन का ऐलान किया हुआ है। ऐसे में लोग अपने-अपने घरों पर हैं। ये लॉकडाउन 14 अप्रैल तक जारी रहेगा। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1000 के आंकड़े को पार कर गई है। ऐसे समय में घरों पर रहना ही सबसे सुरक्षित है।