रिलायंस इंडस्ट्रीज / COVID-19 उछाल के बीच अंबानी ने महाराष्ट्र को 100 टन ऑक्सीजन भेजी

अरबपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी जामनगर रिफाइनरी से 100 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है, जो दुनिया का सबसे बड़ा रिफाइनिंग कॉम्प्लेक्स है, जो महाराष्ट्र में है। यह COVID-19 मामलों में रिकॉर्ड उछाल के कारण महाराष्ट्र में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी है। अलग से, भारत पेट्रोलियम ने घोषणा की कि वह अपनी कोच्चि रिफाइनरी से केरल में 1.5 टन प्रतिदिन ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा।

Vikrant Shekhawat : Apr 17, 2021, 10:00 AM
मुंबई: देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोज नए रेकॉर्ड बना रही है और इसके साथ ही कई राज्यों में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई है। ऐसे में एशिया और देश के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की रिफाइनरियों से ऑक्सीजन अस्पतालों को मुफ्त दी जा रही है।

देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का पश्चिमी भारत में दुनिया का सबसे बड़ा रिफाइनिंग कॉम्पलेक्स है। गुजरात के जामनगर से लेकर महाराष्ट्र तक मुफ्त में ऑक्सीजन भेजी जा रही है। कंपनी के एक अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर यह जानकारी दी। कंपनी की आंतरिक नीतियों की वजह से वह पहचान सार्वजनिक नहीं करना चाहते। वहीं, महाराष्ट्र के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि राज्य को रिलायंस से 100 टन ऑक्सीजन मिलेगी।

कोरोना की दूसरी लहर

देश में इस समय कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। राज्य और केंद्र सरकारों के इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। कई जगह से ऑक्सीजन और हॉस्पिटल में बिस्तरों की कमी से मौतों की खबरें भी सामने आ रही हैं। महाराष्ट्र में ही देश की आर्थिक राजधानी मुंबई भी है, जहां रोजाना करीब 10 हजार लोग कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। मुकेश अंबानी का घर और रिलायंस का हेडक्वार्टर भी इसी शहर में है।

एक अधिकारी ने बताया कि रिलायंस की रिफाइनरी से ऑक्सीजन का एक हिस्सा मेडिकल यूज के लिए तैयार करते हुए अस्पतालों के लिए भेजा जा रहा है। हालांकि, कंपनी के प्रवक्ता ने इस पर टिप्पणी से इनकार किया। रिलायंस ने ऐसे समय पर मदद का हाथ आगे बढ़ाया है, जब महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार से कई बार अपील की है कि पड़ोसी राज्यों से और ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई जाए। लेकिन मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे पड़ोसी राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ने से ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ गई है।