Advantage Assam: असम में आयोजित 'एडवांटेज असम' शिखर सम्मेलन में देश के प्रमुख उद्योगपतियों ने बड़े पैमाने पर निवेश की घोषणाएं की हैं। इस सम्मेलन में मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज, गौतम अडानी के अडानी ग्रुप, वेदांता ग्रुप और टाटा ग्रुप ने असम में भारी निवेश करने का ऐलान किया। ये निवेश राज्य के आर्थिक विकास को एक नई दिशा प्रदान करेंगे और रोजगार के नए अवसर सृजित करेंगे।
अडानी ग्रुप का 50,000 करोड़ का निवेश
अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी ने घोषणा की कि उनका समूह असम में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। यह निवेश हवाई अड्डों, एयरोसिटी, सिटी गैस वितरण नेटवर्क, बिजली पारेषण, सीमेंट और सड़क निर्माण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किया जाएगा। अडानी ने कहा कि असम का विकास उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है और यह निवेश राज्य की आर्थिक वृद्धि को गति देने में सहायक होगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज का डिजिटल और ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा दांव
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने भी असम में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह निवेश राज्य को डिजिटल और एआई (कृत्रिम मेधा) के लिए तैयार करने, हरित और परमाणु ऊर्जा, खाद्य एवं गैर-खाद्य आपूर्ति श्रृंखला, और रिलायंस रिटेल स्टोर्स के विस्तार में किया जाएगा। अंबानी ने यह भी बताया कि 2018 के सम्मेलन में घोषित 5,000 करोड़ रुपये का निवेश अब बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये हो चुका है और अगले पांच वर्षों में यह निवेश कई गुना बढ़ेगा।
वेदांता ग्रुप का तेल और गैस क्षेत्र में बड़ा कदम
वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने असम और त्रिपुरा के तेल एवं गैस सेक्टर में 50,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। उन्होंने बताया कि समूह की कंपनी केयर्न ऑयल एंड गैस पहले ही इस क्षेत्र में 2,500 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है। इस निवेश से क्षेत्र में प्रतिदिन 1,00,000 बैरल तेल और गैस का उत्पादन होगा और एक लाख युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
टाटा ग्रुप की इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट
टाटा ग्रुप के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने असम में 25,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की। यह निवेश राज्य में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की स्थापना में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टाटा ग्रुप हरित ऊर्जा क्षेत्र में राज्य सरकार के साथ मिलकर कार्य करेगा और सौर रूफटॉप एवं नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगा।
टाटा ग्रुप पहले ही असम में 55,000 लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है और 17 कैंसर केयर अस्पतालों का संचालन कर रहा है। इसके अलावा, 27,000 करोड़ रुपये की लागत से जागीरोड में एक सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित की जा रही है, जिससे 30,000 नौकरियां सृजित होने की संभावना है।
निष्कर्ष
एडवांटेज असम शिखर सम्मेलन में हुई इन घोषणाओं से स्पष्ट है कि असम भारत के सबसे तेजी से विकसित होते राज्यों में से एक बनने की राह पर है। विभिन्न सेक्टर्स में हो रहे इन निवेशों से न केवल असम का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। यह सम्मेलन असम के आर्थिक भविष्य को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।