देश / यूपी के आज़मगढ़ में लगे अखिलेश यादव के 'लापता' होने के पोस्‍टर

उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने आज़मगढ़ में सांसद अखिलेश यादव के 'लापता' होने के पोस्‍टर लगाए हैं। पोस्टर में सवाल उठाया गया है कि अखिलेश सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर हुई पुलिस कार्रवाई पर 'चुप' क्यों हैं। पोस्टर में लिखा है कि 2019 के चुनावों के बाद से अखिलेश आज़मगढ़ से 'लापता' हैं।

आजमगढ़: आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज में सीएए और एनआरसी के खिलाफ पिछले दिनों प्रदर्शन कर रही महिलाओं के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई को लेकर सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस ने क्षेत्रीय सांसद एवं सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव पर इस मामले में खामोशी अख्तियार करने का आरोप लगाते हुए जगह-जगह उनके 'लापता' होने के पोस्‍टर लगवाए हैं।

प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग की ओर से नगर के सिविल लाइंस समेत शहर भर में जगह-जगह अखिलेश यादव के लापता होने के पोस्टर लगे हैं। पोस्टर पर क्षेत्रीय सांसद अखिलेश यादव की फोटो लगाई गई हैं जिसके मुंह पर पट्टी लगायी गई है।

कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता नदीम का कहना है कि मुसलमानों के रहनुमा होने का दावा करने और उनके 80 फीसद वोट लेने वाले अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद हैं। इसके बावजूद वह महिलाओं पर हुए अत्याचार के खिलाफ केवल ट्वीट कर रहे हैं। इससे काम नहीं चलने वाला है।

पोस्‍टर में कांग्रेस ने सवाल किया है कि सीएए और एनआरसी विरोधी प्रदर्शन के दौरान बिलरियागंज में मुस्लिम महिलाओें पर पुलिसिया बर्बरता पर अखिलेश यादव यादव चुप क्‍यों हैं।

मालूम हो कि बिलरियागंज इलाके के मौलाना जौहर पार्क में गत मंगलवार (4 फरवरी) को सीएए और एनआरसी के खिलाफ महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू किया था। बुधवार (5 फरवरी) तड़के पुलिस ने उन महिलाओं को बलप्रयोग करके हटा दिया था। इस मामले में 35 नामजद समेत सैकड़ों लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करके उनमें से 20 को गिरफ्तार कर लिया गया था।