उन्नाव / जब तक होश में रही उन्नाव रेप पीड़िता, पूछती रही- मैं बच तो जाऊंगी? दोषियों को छोड़ना नहीं

उन्नाव गैंगरेप पीड़िता का सफदरजंग अस्तपाल में इलाज जारी रहा है। लगातार हालत बिगड़ने पर अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे वेंटीलेटर पर रखा है। अस्पताल पहुंचने पर तुरंत ही सात डॉक्टरों की टीम ने उसका इलाज शुरू कर दिया था। रात नौ बजे तक वो होश में रही। होने में रहने के दौरान वो बस एक ही लाइन बोली कि मैं बच तो जाउंगी, लेकिन दोषियों को छोड़ना नहीं। अभी पीड़िता की भी हालत नाजुक बनी हुई है।

News18 : Dec 06, 2019, 02:22 PM
नई दिल्ली | उन्नाव गैंगरेप (Unnao Gang Rape) पीड़िता का सफदरजंग अस्तपाल (Safdarjung Hospital) में इलाज जारी रहा है। लगातार हालत बिगड़ने पर अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे वेंटीलेटर (Ventilator) पर रखा है। सात डॉक्टरों की टीम पीड़ित युवती की निगरानी कर रही है। सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ। सुनील गुप्ता ने बताया कि कल (गुरुवार) रात पीड़िता को थोड़ी देर के लिए होश आया था। जिसमे उसने बस एक ही बात कही- 'मैं बच तो जाउंगी, दोषियों को छोड़ना नहीं।' इसके बाद से लगातार उसकी हालत गिरती जा रही है।

गुरुवार रात 9 बजे तक रही होश में

डॉ। सुनील गुप्ता ने बताया कि गुरुवार देर शाम पीड़िता यूपी के लखनऊ से एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गयी थी। अस्पताल पहुंचने पर तुरंत ही सात डॉक्टरों की टीम ने उसका इलाज शुरू कर दिया था। बर्न डिपार्टमेंट के हेड डॉ। शलभ की देखरेख में पीड़िता का इलाज चल रहा है। रात नौ बजे तक वो होश में रही। होने में रहने के दौरान वो बस एक ही लाइन बोली कि मैं बच तो जाउंगी, लेकिन दोषियों को छोड़ना नहीं।

उन्होंने कहा कि सही बात तो ये है कि इस तरह के केस में शुरुआत के 48 से 72 घंटे बहुत अहम होते हैं, हालत हर घंटे हालत बदलती है, अभी पीड़िता की भी हालत नाजुक बनी हुई है।

बचने की संभावनाओं पर ये बोले डॉक्टर

शुक्रवार सुबह 11 बजे सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ। सुनील गुप्ता ने बयान जारी कर कहा कि पीड़िता के बचने के चांस बहुत कम हैं। उसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे अब वेंटीलेटर पर लिया गया था। वहीं सूत्रों की मानें तो पीड़ित युवती के कमर से नीचे के दो अंदरूनी अंग भी आग की चपेट में आ गए हैं। जिसके चलते पीड़िता की हालत लगातार बिगड़ रही है।