Vikrant Shekhawat : May 25, 2021, 10:08 AM
जेनेवा: कोरोना संक्रमण के कारण शुरुआत से अब तक करीब एक लाख 15 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमण के कारण खुद संक्रमित भी हो गये. डब्ल्यूएचओ ने दिवंगत स्वास्थ्यकर्मियों को उनकी सेवा और बलिदान के लिए पुरस्कार से सम्मानित भी करने की बात कही.डब्ल्यूएचओ के चीफ टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस ने सोमवार को कहा कि महामारी की शुरुआत के बाद से कोविड-19 से कम-से-कम 1,15,000 स्वास्थ्य और देखभाल कर्मियों की मौत हो चुकी है. साथ ही कहा कि ''कई लोग खुद संक्रमित हो गये, रिपोर्टिंग कम होने के बावजूद, अनुमान अनुमान के मुताबिक, कम-से-कम 115,000 स्वास्थ्य और देखभाल कर्मियों ने दूसरों की सेवा में अंतिम कीमत चुकायी है."डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा कि ''आज हम उन्हें उनकी सेवा, बलिदान और उदाहरण के लिए एक पुरस्कार से सम्मानित करेंगे. ये तो कुछ उदाहरण भर हैं. साहस, दिल टूटने, हताशा, संघर्ष और विजय की कहानियां ऐसे लाखों और हैं.उन्होंने कहा कि ''स्वास्थ्य और देखभाल कर्मी वीरतापूर्ण काम करते हैं, लेकिन वे सुपरहीरो नहीं हैं. वे हममें से बाकी लोगों की तरह इंसान हैं. वे पसीना बहाते हैं और कसम खाते हैं. वे हंसते-रोते हैं. वे डरते हैं और आशा करते हैं.''डब्ल्यूएचओ चीफ ने कहा कि ''हम उनके बहुत ऋणी हैं. विश्व स्तर पर स्वास्थ्य और देखभाल कर्मियों को अक्सर सुरक्षा, उपकरण, प्रशिक्षण, उचित वेतन, सुरक्षित काम करने की स्थिति और सम्मान की कमी होती है. अगर हमें एक स्वस्थ, सुरक्षित, बेहतर भविष्य प्राप्त करने की कोई उम्मीद है, तो प्रत्येक सदस्य राज्य को स्वास्थ्य और देखभाल कार्यबल की सुरक्षा और निवेश करना चाहिए.''इस सप्ताह आप स्वास्थ्य कार्यबल पर दो मसौदा प्रस्तावों पर विचार करेंगे. जिस तरह स्वास्थ्य और देखभाल कर्मी हर स्वास्थ्य प्रणाली की जीवनदायिनी हैं. उसी तरह डब्ल्यूएचओ की जीवनदायिनी इसके कर्मचारी हैं.