Vikrant Shekhawat : Jan 30, 2022, 02:25 PM
आस्ट्रेलिया के अपने जमाने के दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इयान चैपल (Ian Chappell) ने विराट कोहली (Virat Kohli) को असाधारण कप्तान करार दिया जिन्होंने भारतीय टीम को टॉप लेवल पर पहुंचाया लेकिन उन्होंने इंग्लैंड के जो रूट (Joe Root) को अच्छा बल्लेबाज लेकिन कमजोर कप्तान बताया.विराट कोहली ने छोड़ दी है कप्तानीदक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ भारत की टेस्ट सीरीज में हार के बाद विराट कोहली (Virat Kohli) ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी थी. इससे पहले उन्होंने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी थी जबकि उन्हें वनडे कप्तान पद से हटा दिया गया था.विराट और रूट की तुलनाइयान चैपल (Ian Chappell) ने कोहली और रूट की कैप्टनसी स्टाइल में फर्क का जिक्र किया. उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइन्फो में अपने कॉलम में लिखा, ‘ये 2 क्रिकेट कप्तानों की कहानी है. एक अपने काम में बहुत अच्छा तो दूसरा असफल रहा.’
विराट कोहली शानदार कप्तानइयान चैपल (Ian Chappell) ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि विराट कोहली कप्तान के रूप में एक अपवाद थे. उन्होंने अपने उत्साह पर अंकुश नहीं लगाया, लेकिन फिर भी वह भारतीय टीम को उच्च स्तर तक ले जाने में सक्षम थे. उप कप्तान अजिंक्य रहाणे के रूप में अच्छे सहयोगी की मदद से उन्होंने भारत को विदेशों में कामयाबी दिलायी और ऐसा किसी अन्य कप्तान ने नहीं किया.’जो रूट को लेकर सख्त दिखे चैपलजो रूट (Joe Root) के मामले में इयान चैपल (Ian Chappell) वैसे ही कठोर थे जैसे कि इंग्लैंड के क्रिकेटर का आकलन करने में कोई आस्ट्रेलियाई हो सकता है. चैपल ने लिखा, ‘किसी भी अन्य कप्तान की तुलना में सबसे ज्यादा मैचों में अपने देश की अगुवाई करने के बावजूद कप्तानी में असफलता का नाम जो रूट है. यह मायने नहीं रखता कि रूट या इंग्लैंड का अन्य कोई तगड़ा फैन आपसे क्या कहता है. रूट अच्छा बल्लेबाज है लेकिन कमजोर कप्तान है.’
कोहली ने पुरानी विरासत को आगे बढ़ायाइयान चैपल (Ian Chappell) ने कहा कि कोहली ने किस तरह से भारत के 2 कामयाब कप्तानों सौरव गांगुली और एमएस धोनी की विरासत को आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा, ‘कोहली को सौरव गांगुली और धोनी से जो विरासत मिली थी उसे उन्होंने 7 सालों में काफी हद तक आगे बढ़ाया. कप्तान के रूप में उनकी सबसे बड़ी निराशा दक्षिण अफ्रीका से हाल में मिली हार रही जिसमें भारत 1-0 से आगे था, हालांकि उन्होंने केपटाउन में दूसरे टेस्ट में कप्तानी नहीं की थी.’
विराट कोहली का टेस्ट जुनून इयान चैपल (Ian Chappell) ने टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के विराट कोहली के जुनून का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘कोहली की सबसे बड़ी उपलब्धि अपनी टीम में टेस्ट क्रिकेट के लिए ललक पैदा करना था. अपनी बेशुमार कामयाबी के बावजूद कोहली का मेन टारगेट टेस्ट क्रिकेट में जीत हासिल करना था और यहीं से उनका जुनून असल में चमक उठा.’
विराट कोहली शानदार कप्तानइयान चैपल (Ian Chappell) ने कहा, ‘इसमें कोई शक नहीं है कि विराट कोहली कप्तान के रूप में एक अपवाद थे. उन्होंने अपने उत्साह पर अंकुश नहीं लगाया, लेकिन फिर भी वह भारतीय टीम को उच्च स्तर तक ले जाने में सक्षम थे. उप कप्तान अजिंक्य रहाणे के रूप में अच्छे सहयोगी की मदद से उन्होंने भारत को विदेशों में कामयाबी दिलायी और ऐसा किसी अन्य कप्तान ने नहीं किया.’जो रूट को लेकर सख्त दिखे चैपलजो रूट (Joe Root) के मामले में इयान चैपल (Ian Chappell) वैसे ही कठोर थे जैसे कि इंग्लैंड के क्रिकेटर का आकलन करने में कोई आस्ट्रेलियाई हो सकता है. चैपल ने लिखा, ‘किसी भी अन्य कप्तान की तुलना में सबसे ज्यादा मैचों में अपने देश की अगुवाई करने के बावजूद कप्तानी में असफलता का नाम जो रूट है. यह मायने नहीं रखता कि रूट या इंग्लैंड का अन्य कोई तगड़ा फैन आपसे क्या कहता है. रूट अच्छा बल्लेबाज है लेकिन कमजोर कप्तान है.’
कोहली ने पुरानी विरासत को आगे बढ़ायाइयान चैपल (Ian Chappell) ने कहा कि कोहली ने किस तरह से भारत के 2 कामयाब कप्तानों सौरव गांगुली और एमएस धोनी की विरासत को आगे बढ़ाया. उन्होंने कहा, ‘कोहली को सौरव गांगुली और धोनी से जो विरासत मिली थी उसे उन्होंने 7 सालों में काफी हद तक आगे बढ़ाया. कप्तान के रूप में उनकी सबसे बड़ी निराशा दक्षिण अफ्रीका से हाल में मिली हार रही जिसमें भारत 1-0 से आगे था, हालांकि उन्होंने केपटाउन में दूसरे टेस्ट में कप्तानी नहीं की थी.’
विराट कोहली का टेस्ट जुनून इयान चैपल (Ian Chappell) ने टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के विराट कोहली के जुनून का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘कोहली की सबसे बड़ी उपलब्धि अपनी टीम में टेस्ट क्रिकेट के लिए ललक पैदा करना था. अपनी बेशुमार कामयाबी के बावजूद कोहली का मेन टारगेट टेस्ट क्रिकेट में जीत हासिल करना था और यहीं से उनका जुनून असल में चमक उठा.’