ऑस्ट्रेलिया / आईपीएल खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को वापसी के लिए खुद इंतज़ाम करना होगा: मॉरिसन

ऑस्ट्रेलिया द्वारा भारत से आने वालीं फ्लाइट्स पर बैन लगाने के बाद प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि आईपीएल खेल रहे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को वापसी के लिए खुद इंतज़ाम करना होगा। उन्होंने कहा, "खिलाड़ी निजी यात्रा पर हैं...यह किसी ऑस्ट्रेलियाई दौरे का हिस्सा नहीं है...खिलाड़ी अपने संसाधनों से वहां पहुंचे हैं और उन संसाधनों का उपयोग भी कर रहे हैं।"

Vikrant Shekhawat : Apr 28, 2021, 08:36 AM
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने मंगलवार को कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भाग ले रहे उनके देश के क्रिकेटरों को स्वदेश लौटने के लिए अपना इंतजाम खुद करना होगा। ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले भारत में कोरोना वायरस महामारी की घातक दूसरी लहर के मद्देनजर भारत से आने वाली सभी उड़ानों पर 15 मई तक प्रतिबंध लगा दिया था।

मौरिसन ने 'द गार्जियन' अखबार से कहा, 'वे वहां निजी यात्रा पर गए हैं। यह किसी ऑस्ट्रेलियाई दौरे का हिस्सा नहीं है। वे अपने स्वयं के संसाधनों से वहां पहुंचे हैं, वे उन संसाधनों का भी उपयोग कर रहे हैं। मुझे यकीन है, वे अपनी व्यवस्था के अनुसार ऑस्ट्रेलिया लौटेंगे।' ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ी एंड्रयू टाइ, केन रिचर्ड्सन और एडम जाम्पा भारत में स्वास्थ्य संकट के बढ़ने के करण आईपीएल को छोड़ने का फैसला किया। भारत में प्रतिदिन तीन लाख से अधिक नए मामले दर्ज हो रहे हैं और 2,000 से अधिक मौतें हो रही हैं।

ऑस्ट्रेलिया के 14 खिलाड़ी अभी लीग में हैं। उनके अलावा कोच रिकी पोंटिंग और साइमन कैटिच, कमेंटेटर मैथ्यू हेडन, ब्रेट ली, माइकल स्लेटर और लीजा स्टालेकर भी यहां हैं। मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज क्रिस लिन ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) से आईपीएल खत्म होने के बाद खिलाड़ियों के स्वदेश लौटने के लिए चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। आईपीएल के लीग मैच 23 मई को खत्म होंगे जबकि फाइनल 30 मई को अहमदाबाद में खेला जाएगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने हालांकि इस मामले में अभी और इंतजार करने का फैसला किया है।

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर संघ ने संयुक्त बयान में कहा कि वे आईपीएल में शामिल अपने क्रिकेटरों, कोचों और कमेंटेटरों के संपर्क में हैं और हालात पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा, 'हम भारत में मौजूद लोगों से फीडबैक लेते रहेंगे और ऑस्ट्रेलिया सरकार को सलाह देंगे। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं भारत के लोगों के साथ हैं।'