IND vs AUS: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटी हुई है। यह प्रतिष्ठित सीरीज नवंबर और दिसंबर 2024 के महीनों में ऑस्ट्रेलिया में खेली जाएगी। भारत ने पिछले दो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को उसी के मैदान पर हराकर इतिहास रचा था, और इस बार ऑस्ट्रेलिया अपनी पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने की कोशिश कर रहा है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जो भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के इर्द-गिर्द घूमता है। इस बयान से साफ है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम बुमराह की गेंदबाजी को लेकर चिंतित है।
जसप्रीत बुमराह को बताया सबसे खतरनाक खिलाड़ी
अक्सर विरोधी टीमों के लिए विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज सबसे बड़े खतरे के रूप में देखे जाते हैं, लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने बुमराह को टीम इंडिया का सबसे खतरनाक खिलाड़ी बताया है। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतनी है, तो उन्हें जसप्रीत बुमराह की घातक गेंदबाजी पर रोक लगानी होगी। कमिंस ने बुमराह की प्रशंसा करते हुए उन्हें शानदार गेंदबाज कहा और स्वीकार किया कि बुमराह उनकी टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं।कमिंस ने कहा, "अगर हम बुमराह को रोकने में कामयाब हो जाते हैं, तो हमारे लिए सीरीज जीतने के मौके काफी बढ़ जाएंगे।" बुमराह अपनी तेज़ गति, सटीक यॉर्कर और अद्वितीय एक्शन के लिए जाने जाते हैं, जो उन्हें विरोधी बल्लेबाजों के लिए एक कठिन चुनौती बना देता है। बुमराह का खेल किसी भी टीम के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है, और इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम इस बात को गंभीरता से ले रही है।
प्रेरणा लेंगे वर्ल्ड कप और WTC फाइनल से
कमिंस ने भारत के खिलाफ हालिया मुकाबलों का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी टीम ने भारत के खिलाफ आईसीसी टूर्नामेंट्स में सफलता पाई है। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और 2023 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में हराया था। इन जीतों से प्रेरणा लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में आत्मविश्वास के साथ उतरेगी।कमिंस का मानना है कि पिछले दो सीरीज में मिली हार को वे पीछे छोड़ चुके हैं और अब उनका ध्यान पूरी तरह से नई चुनौतियों पर है। उन्होंने रोहित शर्मा की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें रोहित का नेतृत्व व्यक्तिगत रूप से ज्यादा नहीं देखा है, लेकिन उनके अनुसार, रोहित अपनी टीम को काफी संगठित और प्रेरित रखते हैं।
पुजारा की गैरमौजूदगी से पड़ेगा फर्क
कमिंस ने यह भी स्वीकार किया कि चेतेश्वर पुजारा की गैरमौजूदगी से भारतीय टीम में एक अलग तरह का माहौल होगा। पुजारा ने पिछले दो बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी और लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहने की क्षमता ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशान किया था। कमिंस का मानना है कि पुजारा की अनुपस्थिति भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप में एक बड़ा अंतर पैदा कर सकती है, और यह उनके लिए कुछ राहत की बात हो सकती है।
क्या BGT हो गई है एशेज के बराबर?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए कई फैंस ने इसे एशेज के बराबर बताया है। जब कमिंस से इस तुलना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इस पर सहमति जताई। कमिंस ने कहा, "बिल्कुल, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अब एशेज के बराबर मानी जा सकती है।" उन्होंने आगे कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ एशेज में वे सफल रहे हैं, लेकिन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी उनके लिए एक कठिन चुनौती साबित हुई है। भारत के खिलाफ खेली गई पिछली दो सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को हार का सामना करना पड़ा, और इसी वजह से यह सीरीज ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अब और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
निष्कर्ष
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम इस बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को लेकर बेहद गंभीर नजर आ रही है। पैट कमिंस और उनकी टीम भारत के खिलाफ आने वाली चुनौतियों को लेकर सतर्क है, खासकर जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी को लेकर। पिछले कुछ सालों में भारत की सफलता ने इस सीरीज को एशेज के बराबर महत्व दिलाया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने घरेलू मैदान पर भारत के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करती है।