IND vs AUS / ऑस्ट्रेलिया की शमी के न होने पर भी घबराहट बरकरार, सता रहा इस बात का डर

न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की हार से टीम पर सवाल उठ रहे हैं। आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम की संभावनाएं संदेह में हैं, खासकर स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी से। हालांकि, पिछली जीत के अनुभव से ऑस्ट्रेलिया अभी भी चिंतित दिख रहा है, जिसमें भारतीय टीम के युवा खिलाड़ियों की संभावनाएं हैं।

Vikrant Shekhawat : Oct 28, 2024, 07:00 AM
IND vs AUS: न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की अप्रत्याशित हार ने क्रिकेट प्रशंसकों और एक्सपर्ट्स को चौंका दिया है। टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, और इसके बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम की जीत की संभावनाओं को लेकर भी संशय गहरा गया है। ऐसे में तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी ने भारतीय टीम की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। शमी के नहीं होने से गेंदबाजी विभाग में एक सशक्त खिलाड़ी की कमी महसूस हो रही है, जिससे भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गई है। वहीं, पिछले दौरे पर मिली हार के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम में भी सतर्कता का माहौल है। ऑस्ट्रेलियाई कोच एंड्रू मैक्डॉनल्ड का यह मानना है कि भारतीय टीम के युवा खिलाड़ी भी प्रभावशाली प्रदर्शन कर सकते हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए एक बड़ा खतरा हो सकता है।

शमी को टीम में जगह नहीं मिली

ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच 22 नवंबर से शुरू होने वाली 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का चयन हाल ही में हुआ। हालांकि, इसमें मोहम्मद शमी को शामिल नहीं किया गया। शमी पिछले एक साल से चोट के चलते खेल से दूर रहे हैं और अभी भी पूरी तरह फिट नहीं हो पाए हैं। चयन समिति ने उन्हें फिलहाल टीम में नहीं रखा है और बोर्ड उनके फिटनेस स्तर को परखने के लिए उन्हें रणजी ट्रॉफी के कुछ मैचों में खेलने का अवसर देना चाहती है। यदि वह फिटनेस टेस्ट में सफल होते हैं, तो उन्हें सीरीज के मध्य में शामिल किया जा सकता है।

ऑस्ट्रेलियाई टीम भी है चिंतित

मोहम्मद शमी का न होना भारतीय टीम के लिए जहां एक कमजोर कड़ी बन सकता है, वहीं ऑस्ट्रेलियाई कोच एंड्रू मैक्डॉनल्ड ने भी इसे भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका माना है। उन्होंने शमी की सटीक और सधी हुई गेंदबाजी की प्रशंसा करते हुए कहा कि शमी का न होना टीम इंडिया के लिए एक चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर सकता है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने शमी की बॉलिंग के बारे में काफी चर्चाएं की हैं, और बुमराह के साथ उनकी जोड़ी ने कई मौकों पर भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में लाने में योगदान दिया है। इसके बावजूद, मैक्डॉनल्ड का मानना है कि भारतीय टीम के नए गेंदबाज भी ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं।

टीम इंडिया की पिछली सीरीज का असर

भारत ने पिछले दो ऑस्ट्रेलिया दौरों पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती थी, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि थी। 2018 की जीत में शमी का खास योगदान था, जबकि 2020-21 में चोट के कारण उनकी गैरमौजूदगी में मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, और नवदीप सैनी जैसे नए गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई और सीरीज को भारत के पक्ष में किया। शायद यही कारण है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी भी सतर्क है। इस बार भारतीय टीम हर्षित राणा, नीतीश कुमार रेड्डी, प्रसिद्ध कृष्णा जैसे प्रतिभाशाली नए गेंदबाजों के साथ उतरने की तैयारी में है, और यही बात ऑस्ट्रेलियाई खेमे को परेशान कर रही है।

निष्कर्ष

ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर शमी की गैरमौजूदगी भारतीय टीम के लिए एक बड़ी चुनौती है, पर टीम इंडिया ने पिछले दौरे पर भी अपने नए गेंदबाजों के दम पर जीत दर्ज की थी। इस बार भी भारतीय टीम के युवा खिलाड़ी अपनी काबिलियत साबित कर सकते हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम और उनके घरेलू मैदान का अनुभव भारतीय टीम के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकता है।