India-Bangladesh News / बांग्लादेश का भारत के बिना गुजारा मुश्किल, फिर मंगाएगा ये जरूरी चीज

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने खाद्यान संकट से निपटने के लिए भारत से 50 हजार टन चावल आयात करने का निर्णय लिया है। यह चावल SAEL एग्री कमोडिटीज से 39,000 रुपए प्रति टन की कीमत पर खरीदा जाएगा। भारत-बांग्लादेश के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत रहे हैं, और भारत बांग्लादेश का अहम आपूर्ति साझेदार है।

Vikrant Shekhawat : Nov 23, 2024, 01:00 AM
India-Bangladesh News: हाल ही में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत से चावल आयात करने के फैसले की घोषणा की है, जो इस बात का प्रतीक है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग और आपसी निर्भरता कितनी गहरी है। बांग्लादेश की इस सरकार को यह भली-भांति पता है कि भारत की मदद के बिना उनके देश के लिए खाद्य संकट से निपटना और अन्य बुनियादी जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो सकता है। बांग्लादेश भारत से केवल खाद्यान्न ही नहीं, बल्कि कई अन्य महत्वपूर्ण वस्तुएं भी आयात करता है, जिनमें नमक, तेल, मसाले और न्यूक्लियर रिएक्टर जैसे महत्वपूर्ण सामान शामिल हैं।

चावल आयात का फैसला: 50 हजार टन चावल की खरीदी

हाल ही में बांग्लादेश सरकार ने भारत से 50 हजार टन चावल आयात करने का निर्णय लिया है, जो खाद्यान संकट से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। बांग्लादेश का खाद्य मंत्रालय भारत के SAEL एग्री कमोडिटीज के माध्यम से प्रति टन करीब 39 हजार रुपए की कीमत पर चावल खरीदने जा रहा है। इसके अलावा, इससे पहले 6 नवंबर को बांग्लादेश ने पत्ताभी एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड से 40 हजार 300 रुपए प्रति टन चावल की खरीदी को भी मंजूरी दी थी।

बांग्लादेश में वर्तमान में 12.36 लाख टन अनाज का भंडार है, जिसमें से 8.08 लाख टन चावल है। देश की खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश सरकार ने इस वित्त वर्ष में कुल 5 लाख टन चावल आयात करने का लक्ष्य रखा है, जो ओपेन टेंडर और सरकार से सरकार की व्यवस्था के तहत होगा। इससे यह भी साबित होता है कि बांग्लादेश का खाद्यान्न भंडार सीमित है, और उसे भारत पर निर्भरता बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है।

भारत-बांग्लादेश के व्यापारिक रिश्ते

भारत और बांग्लादेश के व्यापारिक रिश्ते बेहद मजबूत रहे हैं। भारत, बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जबकि बांग्लादेश, भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी दक्षिणी एशिया में माना जाता है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार का कुल आंकड़ा 2022-23 में करीब 15.9 बिलियन डॉलर था। भारत, बांग्लादेश के सबसे बड़े माल आपूर्तिकर्ताओं में से एक है, और इसके साथ ही बांग्लादेश भारत का एक महत्वपूर्ण बाजार भी है।

शेख हसीना की सरकार में दोनों देशों के रिश्ते और भी मजबूत हुए हैं। बांग्लादेश भारत से ऊर्जा, कृषि उत्पाद, खनिज और औद्योगिक सामग्री जैसे कई उत्पादों का आयात करता है, जबकि भारत बांग्लादेश को अपनी कृषि और औद्योगिक उत्पादों के साथ-साथ विशेषकर रिफाइनड तेल, न्यूक्लियर रिएक्टर जैसे उच्च तकनीकी सामान भी निर्यात करता है।

भारत की सहायता से बांग्लादेश को खाद्यान्न संकट से राहत

भारत और बांग्लादेश के बीच खाद्य सुरक्षा और अन्य आवश्यक वस्तुओं के मामले में बढ़ते सहयोग को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि भारत बांग्लादेश के लिए एक महत्वपूर्ण खाद्य और ऊर्जा आपूर्तिकर्ता बन चुका है। अगर भारत अपनी आपूर्ति रोकता है, तो बांग्लादेश के लिए स्थिति और भी जटिल हो सकती है, खासकर खाद्यान्न संकट के मामले में। ऐसे में, बांग्लादेश को भारत के साथ अपने रिश्तों को मजबूत करना और आपसी सहयोग को बढ़ाना बेहद जरूरी है।

निष्कर्ष

भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों की मजबूती और आपसी निर्भरता यह दर्शाती है कि दोनों देशों का व्यापार एक-दूसरे के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। बांग्लादेश की खाद्यान्न आयात की जरूरतें और भारत का सहयोग दोनों देशों के रिश्तों में एक मजबूत स्तंभ बन चुके हैं। भविष्य में भी इन रिश्तों की अहमियत और बढ़ने की संभावना है, खासकर जब बांग्लादेश को खाद्यान्न संकट और अन्य आपूर्ति श्रृंखला की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।