गांधीनगर / आज Gujarat के CM पद की शपथ लेंगे भूपेंद्र पटेल, समारोह में गृह मंत्री भी होंगे शामिल

बीजेपी की विधायक दल की बैठक में रविवार को भूपेंद्र पटेल को विधायक दल का नेता चुना गया आज (सोमवार को) दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर भूपेंद्र पटेल गुजरात के सीएम पद की शपथ लेंगे भूपेंद्र पटेल गांधीनगर के राजभवन में शपथ लेंगे वहीं मंत्रिमंडल का गठन दो दिन बाद होगा

Vikrant Shekhawat : Sep 13, 2021, 07:35 AM
बीजेपी (BJP) की विधायक दल की बैठक में रविवार को भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) को विधायक दल का नेता चुना गया. आज (सोमवार को) दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर भूपेंद्र पटेल गुजरात के सीएम पद की शपथ (Gujarat CM Oath Ceremony) लेंगे. भूपेंद्र पटेल गांधीनगर के राजभवन में शपथ लेंगे. वहीं मंत्रिमंडल का गठन दो दिन बाद होगा.


गांधीनगर में होगा सीएम का शपथ ग्रहण समारोह

बता दें कि भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी शामिल होंगे. इसके अलावा बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गांधीनगर पहुंचेंगे


सीएम बनने के बाद भूपेंद्र पटेल ने क्या कहा?

भूपेंद्र पटेल ने कहा कि मैं सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार जताता हूं. उन्होंने मेरे ऊपर विश्वास दिखाया है इसलिए हम गुजरात के विकास कार्य को सभी के साथ मिलकर आगे बढ़ाएंगे. संगठन को साथ लेकर आगे बढ़ना है. विकास कार्य को सभी के साथ मिलकर आगे बढ़ाएंगे.


5 साल बाद पाटीदार समुदाय से बना सीएम

गौरतलब है कि बीजेपी ने 5 साल बाद किसी पाटीदार को दोबारा राज्‍य की कमान सौंपी है. मोदी-शाह ने बड़ी सोची-समझी रणनीति के तहत ये कदम उठाया है. इसके जरिए पार्टी पिछले कुछ समय से नाराज पाटीदार समुदाय को खुश करना चाहती है.


जान लें कि गुजरात में पाटीदार समुदाय धन-बल दोनों से बेहद ताकतवर है. बीजेपी के दो दशकों से जारी विजय अभियान में इस समुदाय की बड़ी भूमिका है. 2016 में आनंदीबेन पटेल ने इस्‍तीफा दिया था, वो इसी समुदाय से आती हैं. भूपेंद्र पटेल के हाथों में राज्‍य का नेतृत्‍व देकर बीजेपी के आलाकमान ने पाटीदार कार्ड खेला है.


पाटीदार समुदाय की ताकत को इस बात से समझा जा सकता है कि ये राज्‍य में 70 से ज्‍यादा चुनावी सीटों का रुख बदल सकते हैं. 2022 में राज्‍य में चुनाव से पहले बीजेपी ने इसके जरिए पाटीदार समुदाय को रिझाने की कवायद में बड़ा कदम उठाया है.