Vikrant Shekhawat : Oct 01, 2024, 01:09 PM
Israel-Hezbollah War: हिजबुल्लाह चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद इजरायली सेना ने अपने अगले अभियान की शुरुआत कर दी है। आज सुबह, इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के सैनिक लेबनान में जमीनी ऑपरेशन के लिए घुस आए हैं। इजरायली सेना ने गाजा में हमास के खिलाफ किए गए अभियानों के समान अब बेरूत में हिजबुल्लाह को भी जड़ से उखाड़ने का संकल्प लिया है। कुछ समय पहले, आईडीएफ ने बेरूत सहित लेबनान के कई क्षेत्रों में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जमीनी और हवाई हमले किए हैं, जिससे पूरे लेबनान में हड़कंप मच गया है।लेबनान में नागरिकों की सुरक्षा की चिंताइजरायली सेना के इस महाअभियान को देखते हुए लेबनानी नागरिक सुरक्षित ठिकानों की ओर भागते हुए नजर आ रहे हैं। स्थानीय निवासियों के बीच आतंक और घबराहट का माहौल बना हुआ है। हिजबुल्लाह के लिए यह रात अत्यधिक चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है। अगर वे इजरायली सेना को रोकने में असफल रहे, तो यह अभियान उनके अस्तित्व के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है। इजरायली प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि वे गाजा में हमास के खिलाफ उठाए गए कदमों की तरह, अब लेबनान में हिजबुल्लाह का भी सफाया करेंगे।जमीनी और हवाई हमलों का कहरइजरायली सेना के लड़ाकू विमानों ने आसमान से बमबारी शुरू कर दी है, जबकि जमीन पर आईडीएफ के सैनिक हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाते हुए खुलेआम सड़कों और गलियों में मौजूद हैं। इस ऑपरेशन का उद्देश्य हिजबुल्लाह को चुन-चुनकर मारना है। आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ एक "सीमित, स्थानीय" अभियान की घोषणा की है, जिससे आतंकवादी समूह के खिलाफ इजरायल का एक नया मोर्चा खुल गया है।हिजबुल्लाह का जवाबइजरायली सेना के लेबनान में दाखिल होने के बाद, हिजबुल्लाह ने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। आतंकी समूह के कार्यवाहक नेता नईम कासेम ने नसरल्ला की मौत के बाद कहा कि हिजबुल्लाह के लड़ाके जमीनी युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके संगठन के कई अन्य कमांडरों की हत्याओं के बावजूद, वे इजरायली सेना से संघर्ष जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।निष्कर्षइजरायली सेना का यह नया अभियान न केवल लेबनान के लिए, बल्कि पूरे मध्य पूर्व के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। हिजबुल्लाह के खिलाफ चल रहे इस अभियान का परिणाम क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। जैसे-जैसे स्थिति विकसित होती है, वैश्विक समुदाय की नजरें इस संघर्ष पर टिकी रहेंगी।