हाथरस गैंगरेप केस / भाई का आरोप कहा- खून से लथपथ जमीन पर पड़ी थी बहन, पुलिस ने कहा- बहाना कर रही है

तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस बीच, पीड़िता के भाई ने पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल उठाए हैं। पीड़िता के भाई के मुताबिक, पुलिस ने पूरे मामले में लापरवाही दिखाई। एक चैनल से बात करते हुए, पीड़ित के भाई ने कहा कि घटना के बाद मेरी बहन बेहोश जमीन पर पड़ी थी और खून से लथपथ थी। पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस को फोन नहीं किया। पुलिसकर्मियों ने कहा था कि उन्हें यहां से ले जाओ।

Vikrant Shekhawat : Sep 30, 2020, 08:07 AM
नई दिल्ली/हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में कथित रूप से सामूहिक बलात्कार की शिकार एक दलित लड़की की मौत से गाँव और आसपास के इलाकों सहित पूरे देश में गुस्सा है। भारी सुरक्षा के बीच लड़की का शव मंगलवार देर रात गांव पहुंचा। लेकिन ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन पुलिस ने विरोध के बावजूद पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया।

तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस बीच, पीड़िता के भाई ने पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल उठाए हैं। पीड़िता के भाई के मुताबिक, पुलिस ने पूरे मामले में  लापरवाही दिखाई। एक चैनल से बात करते हुए, पीड़ित के भाई ने कहा कि घटना के बाद मेरी बहन बेहोश जमीन पर पड़ी थी और खून से लथपथ थी। पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस को फोन नहीं किया। पुलिसकर्मियों ने कहा था कि उन्हें यहां से ले जाओ। यह बहाने करके पड़ी हुई है।

पीड़िता के भाई ने बातचीत में पुलिस पर ये आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दीदी का रक्तस्राव 10 से 15 दिनों तक नहीं रुका। 22 सितंबर के बाद उन्हें अच्छा इलाज मिलने लगा। वह उनके साथ लापरवाही कर रहा था। उनके साथ सही व्यवहार नहीं किया गया। हाथरस के 'निर्भया' के भाई ने भी कहा कि पुलिस को एफआईआर लिखने में 8-10 समय लगा। जब पुलिस ने दबाव के बाद रिपोर्ट दर्ज की, तो एक ने आरोपी को पकड़ लिया और दूसरे को रिहा कर दिया। लोगो के प्रदर्शन के बाद, आगे की कार्रवाई तेज हो गई। घटना के 10-12 दिन बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।