जम्मू-कश्मीर / इमारत के मालिक को आतंकी ने बतौर मानव ढाल इस्तेमाल किया था: हैदरपोरा मुठभेड़ पर एसआईटी

हैदरपोरा (श्रीनगर) मुठभेड़ की जांच कर रहे जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष जांच दल ने कहा है कि इमारत के मालिक अल्ताफ भट्ट को एक विदेशी आतंकी ने बतौर मानव ढाल इस्तेमाल किया था और क्रॉस फायरिंग में उनकी मौत हुई। एसआईटी ने बताया कि अन्य नागरिक मुदसिर गुल की इमारत में छिपे आतंकी ने हत्या की थी।

Vikrant Shekhawat : Dec 29, 2021, 02:03 PM
श्रीनगर: हैदरपुरा मुठभेड़ की जांच कर रहे जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मंगलवार को कहा कि इसमें सुरक्षा बलों की साजिश की बात सामने नहीं आई है। एसआईटी के अनुसार, एक नागरिक विदेशी आतंकी के हाथों मारा गया। जबकि मकान मालिक और एक स्थानीय आतंकवादी की मुठभेड़ में फंस जाने से मौत हुई, क्योंकि घर में छिपे आतंकवादी ने उन्हें ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। हमले के चश्मदीद गवाह ने विदेशी आतंकवादी की पहचान की।

यहां हैदरपुरा में 15 नवंबर को हुई मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकी एवं तीन अन्य व्यक्ति मारे गए थे। पुलिस ने दावा किया था कि मारे गए सभी व्यक्तियों का आतंकवाद से संबंध था। हालांकि, इन तीन व्यक्तियों के परिवारों ने दावा किया था कि वे बेगुनाह थे। उन्होंने इस मुठभेड़ में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। उसके बाद पुलिस ने जांच का आदेश दिया था। मंगलवार को एसआईटी प्रमुख डीआईजी सुजीत के सिंह ने एक प्रकार से सुरक्षाबलों को क्लीनचिट दी। हालांकि, यह भी कहा कि यदि कोई अन्य सबूत सामने आता है तो यह दल अपने निष्कर्ष पर पुनर्विचार करने को तैयार है।

एसआईटी ने 20 से अधिक की ली गवाही

एसआईटी प्रमुख सुजीत के सिंह ने संवाददाताओं से कहा, अब तक की हमारी जांच से सामने आया है कि डॉ. मुद्दसिर गुल के मकान में छिपे विदेशी आतंकवादी ने हत्या की। क्योंकि, उसका शव छत पर मिला था। सुरक्षाबल तलाशी के दौरान या बाद के अभियान में छत पर बिल्कुल नहीं गए थे। जांच का ब्योरा देते हुए सिंह ने कहा, जांच से पता चला है कि डॉ. गुल का कर्मचारी आमिर माग्रेय का विदेशी आतंकी बिलाल भाई से घनिष्ठ संबंध था, जो भागने की कोशिश के दौरान अभियान में मारा गया। उन्होंने कहा, मोहम्मद अल्ताफ भट (मकान मालिक) और आमिर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में फंस जाने से मारे गए क्योंकि उन्हें विदेशी आतंकवादी ने मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया। यह इस बात से पुष्ट होती है कि अल्ताफ दरवाजे के बाहर मिला (उसे गोलियां लगी थीं)। आमिर कुछ और कदम तक जा पाया था। विदेशी आतंकवादी का शव 83 फुट दूर मिला था। पुष्टि की कि वह हैदरपुरा घटना में शामिल था। अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और कॉल रिकार्ड का परीक्षण करने के अलावा एसआईटी ने अब तक 20 से अधिक की गवाही ली है। इनमें से छह गवाहों के बयान मजिस्ट्रेट के सामने भी दर्ज किए गए।

आमिर के बार-बार बांदीपोरा आने के संकेत

आमिर की संलिप्तता के बारे में एसआईटी प्रमुख ने कहा कि मकान से मिले बोतलें एवं सर्दी के कपड़े जैसे सामान बताते हैं कि वह छिपने का ठिकाना था। उन्होंने कहा, हमने पाया कि आमिर बार-बार बांदीपुरा आ रहा था। कोई क्यों बांदीपोरा बार-बार आएगा, जब वह और उसका परिवार 2008 में ही वहां से चला गया था।