नागरिकता संशोधन कानून / CAA विरोध में यूपी में जबरदस्त बवाल, 7 प्रदर्शनकारियों की मौत सैकड़ों घायल

नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध में शुक्रवार को भी उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया। इस दौरान 6 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। जिसमें बिजनौर में 2, संभल, मेरठ, फिरोजाबाद और कानपुर में 1-1 प्रदर्शनकारियों के मरने की खबर है। वहीं गुरुवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से लखनऊ में एक प्रदर्शनकारी के मरने की खबर थी।

News18 : Dec 21, 2019, 07:42 AM
लखनऊ | नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) और NRC के विरोध में शुक्रवार को भी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कई शहरों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल (Violence) किया। जानकारी के मुताबिक, इस दौरान 6 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। जिसमें बिजनौर में 2, संभल, मेरठ, फिरोजाबाद और कानपुर में 1-1 प्रदर्शनकारियों के मरने की खबर है। वहीं गुरुवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से लखनऊ में एक प्रदर्शनकारी के मरने की खबर थी।

जानकारी के मुताबिक मरने वालों में से कई की मौत गोली लगने से हुई, लेकिन पुलिस महानिदेशक ने पुलिस की गोली से किसी की भी मृत्‍यु होने से इनकार किया। उन्‍होंने बताया कि हिंसा में 50 से ज्‍यादा पुलिसकर्मी भी गम्‍भीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर, बुलन्दशहर, बहराइच, भदोही, गाजियाबाद और गोरखपुर समेत 20 जिलों में उग्र प्रदर्शनकारियों ने जुमे की नमाज के बाद सड़क पर आकर पथराव और आगजनी की। इन घटनाओं में कुल 667 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं सुरक्षा के मद्देनज़र शनिवार को यूपी में सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दे दिए गए हैं।

सीएम योगी ने जताई थी खासा नाराजगी 

गुरूवार को राजधानी लखनऊ और संभल में हुए प्रर्दशन के दौरान सामने आई आगजनी और हिंसा की घटना पर खुद सीएम योगी ने खासा नाराजगी जताई थी। और नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के नाम पर हिंसा फैलाने वालो की संपत्ति जब्त कर उनके खिलाफ कडी कार्रवाई किये जाने की बात कही थी। जिसके बाद सीएम ने गुरूवार की देर रात ही पुलिस प्रशासन के आला-अधिकारियो को तलब कर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये सूबे के सभी डीएम-एसपी के साथ बैठक की थी। और सूबे के मौजूदा हालातो की समीक्षा करते हुए हिंसक प्रर्दशन करने वालो के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई कर ऐसे प्रर्दशनो को रोकने का सख्त निर्देश दिया था। लेकिन इसके बावजूद हुए हिंसक प्रर्दशन के बाद अब जल्द ही कई अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।

प्रर्दशनकारियो की शिनाख्त कराकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई

सीएम योगी की सख्ती के बावजूद शुक्रवार को सूबे के करीब डेढ़ दर्जन जिलो में फैली हिंसा से शासन-सत्ता में हड़कंप मच गया है। ऐसे में इन हिंसक प्रर्दशनो को रोकने के लिये एक ओर जहां आगरा में टीवी प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। वही राजधानी लखनऊ समेत हिंसक प्रर्दशन से जुड़े अधिकांश जिलो में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। न्यूज 18 से मुखातिब एडीजी प्रशात कुमार के मुताबिक मेरठ में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इस दौरान संवेदनशील स्थलो पर भारी संख्या में सुरक्षा बलो की तैनाती की गई है। और हिंसा में शामिल प्रर्दशनकारियो की शिनाख्त कराकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।'

हिंसा एवं आगजनी की घटनाओं में लगभग दो दर्जन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। प्रभावित जिलों से क्षति का आंकलन करते हुए रिपोर्ट मांगी गयी है। हालांकि गुरुवार को हुई हिंसा की चपेट में आये लखनऊ और पिछले करीब एक सप्‍ताह से विरोध प्रदर्शन के दौर से गुजर रहे अलीगढ़ में शुक्रवार को हालात शांतिपूर्ण रहे।

बिजनौर

बिजनौर से मिली रिपोर्ट के मुताबिक जिलाधिकारी रमाकांत पाण्‍डेय ने दो लोगों के मरने की पुष्टि की। उन्‍होंने बताया कि नहटौर इलाके में उग्र भीड़ ने थाना फूंकने की कोशिश की। बचाव में पुलिस ने बल प्रयोग किया। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान चली गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गयी। हिंसा में कई संख्‍या में लोगों के घायल होने की खबर है। बिजनौर शहर में भी जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने सिविल लाइन और जजी इलाकों में तोड़फोड़ कर कुछ वाहनों को आग लगा दी। जिसके बाद जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है।