दुनिया / पूछताछ में खुल रहे हैं चार्ली पेंग के राज, फैलाया था फर्जीवाड़े का जाल

चीनी-तिब्बती चालबाज चार्ली पेंग उर्फ लुओ सांग ने शेल कंपनी और फर्जीवाड़े का बड़ा जाल फैला रखा था। इसी की आड़ में वो जासूसी के साथ-साथ हवाला का धंधा चला रहा था। उसके इस मकड़ जाल को सुलझाने में एजेंसियां भी चकरा रही हैं। लेकिन अब एक-एक कर इस चीनी जासूस की करतूतें बाहर आ रही हैं। एक हजार से ज्यादा का हवाला का नेटवर्क चलाने वाले चार्ली पेंग के राज बेपर्दा हो रहे हैं।

AajTak : Aug 19, 2020, 08:02 AM
चीनी-तिब्बती चालबाज चार्ली पेंग उर्फ लुओ सांग ने शेल कंपनी और फर्जीवाड़े का बड़ा जाल फैला रखा था। इसी की आड़ में वो जासूसी के साथ-साथ हवाला का धंधा चला रहा था। उसके इस मकड़ जाल को सुलझाने में एजेंसियां भी चकरा रही हैं। लेकिन अब एक-एक कर इस चीनी जासूस की करतूतें बाहर आ रही हैं। एक हजार से ज्यादा का हवाला का नेटवर्क चलाने वाले चार्ली पेंग के राज बेपर्दा हो रहे हैं।

शातिर चार्ली पेंग ने हरियाणा के गुरुग्राम को अपना ठिकाना बनाया था। गुरुग्राम के सेक्टर 59 में एमआर पार्म्स स्प्रिंग प्लाजा बिल्डिंग के 12वें फ्लोर पर मौजूद प्रॉपर्टी नंबर 1205 में उसकी 2 फर्जी शेल कंपनी एक साथ चलती थीं। एक कंपनी का नाम था इन्विन लॉजिस्टिक और दूसरी कंपनी थी फिन ब्लैक रॉक। हालांकि अब ये जगह खाली है। लेकिन किसी वक्त यहां चार्ली अपनी शेल कंपनी चलाता था। वह खुद वहां बैठता था।

सूत्रों के मुताबिक फिलहाल 12वें फ्लोर का ये स्पेस चार्ली के नाम से ही लीज पर है और इन्विन लॉजिस्टिक के नाम से कागजों में रजिस्टर है। वहां पर इनकम टैक्स विभाग ने छापेमारी की थी। साल 2018 में जब चार्ली को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। उस वक्त इसी प्रॉपर्टी में बैठकर चार्ली हवाला का कारोबार किया करता था। मगर साल 2018 के दस्तावेजों में उसकी कंपनी का नाम कुछ और था। उस दौरान वहां सुनहरा बर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी का बोर्ड लगा हुआ था।

सूत्रों के हवाले से उस कंपनी में बैठे हुए चार्ली की फोटो और कंपनी के बोर्ड की तस्वीर सामने आई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने साल 2018 में वहां रेड की थी। इस बात का जिक्र स्पेशल सेल ने अपनी 2018 में दर्ज की गई चार्जशीट में भी किया था। उस वक्त उस पते पर चार्ली ने दफ्तर लीज पर तो लिया था लेकिन वो किसी और नाम की कंपनी से लिया गया था।

उन कंपनियों में चार्ली और उसके स्टाफ के लोग जिन ई-मेल आईडी का इस्तेमाल करते थे, वो भी सूत्रों के हवाले से पता चल गई हैं। फिलहाल चार्ली से सेक्टर 59 के डीएलएफ फेस-5 पार्क प्लाजा F149 में पूछताछ की जा रही है। जानकारों की माने तो जल्द ही बैंक के कई अधिकारी और सीए इनकम टैक्स विभाग और ईडी के शिकंजे में आ सकते हैं।