देश / संसद से चीन को मिला कड़ा संदेश, सीमा पर लॉन्ग हॉल की तैयारी में जुटी सेना, पहुंच रहा राशन

भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति बरकरार है। मंगलवार को संसद में सरकार की ओर से इस पूरे विवाद पर आधिकारिक बयान दिया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में सीधा संदेश दिया कि भारत शांति से विवाद को निपटाना चाहता है, लेकिन अगर परिस्थिति कुछ और बनी तो उसके लिए भी तैयार है। बयान से इतर अगर बॉर्डर की स्थिति देखें तो भारतीय सेना की तैयारी तेज हो गई है और अब सर्दियों के लिए सामान जुटाया जा रहा है।

AajTak : Sep 16, 2020, 08:40 AM
Delhi: भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव की स्थिति बरकरार है। मंगलवार को संसद में सरकार की ओर से इस पूरे विवाद पर आधिकारिक बयान दिया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने बयान में सीधा संदेश दिया कि भारत शांति से विवाद को निपटाना चाहता है, लेकिन अगर परिस्थिति कुछ और बनी तो उसके लिए भी तैयार है। बयान से इतर अगर बॉर्डर की स्थिति देखें तो भारतीय सेना की तैयारी तेज हो गई है और अब सर्दियों के लिए सामान जुटाया जा रहा है। 

भारतीय सेना ने लद्दाख सीमा पर सर्दियों के लिए सामान इकट्ठा करना शुरू कर दिया है, जिसका मतलब है कि अब सेना लॉन्ग हॉल के लिए तैयार है। चीन की ओर से जैसा बर्ताव किया जा रहा है, उससे साफ है कि ये विवाद जल्द निपटने नहीं वाला है। ऐसे में सेना कम से कम एक साल का सामान सीमा पर इकट्ठा कर रही है। इसमें सर्दियों के कपड़े, सर्दियों के टेंट, खाने-पीने का सामान जुटाया जा रहा है। 


वायुसेना और सेना कर रही मिलकर काम

सीमा पर तनाव के दौर में सेना की सभी टुकड़ियां एक साथ आई हैं। वायुसेना का C17 ग्लोबमास्टर लेह एयरबेस पर लगातार लैंडिंग कर रहा है और सामान पहुंचा रहा है। यही सामान आगे जवानों के लिए भेजा जा रहा है। वायुसेना की ओर से खाने और रहने के सामान के अलावा जवानों और फाइटर जेट्स को भी पहुंचाया जा रहा है। अब लद्दाख के इलाके में सेना ने राशन, कपड़े, टेंट, सर्दियों में काम आने वाले यंत्र को इकट्ठा किया है।

गौरतलब है कि अगले महीने के बाद से ही लद्दाख और लेह इलाके में बर्फबारी शुरू हो जाएगी। ऐसे में वो इलाका देश के इस हिस्से से कट सकता है और मौसम के कारण आने-जाने में दिक्कत आ सकती है। यही वजह है कि तैयारी पूरी कर ली गई है ।

संसद से चीन को मिला सख्त संदेश

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में चीन का पूरा हिसाब-किताब समझा दिया। उन्होंने अप्रैल से लेकर अगस्त तक की घटनाओं को सामने रखा। साथ ही कहा कि भारत हर विवाद को शांति और बातचीत से सुलझाना चाहता है, लेकिन सेनाएं किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार हैं। साफ है कि चीन बार-बार जिस युद्ध की बात कर रहा है उसके लिए सेना तैयारी कर चुकी है।