India China Clash / राजनाथ सिंह की चीनी रक्षा मंत्री को दो टूक- सीमा पर तनाव से भारत-चीन के संबंध खराब हुए

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में चीन के रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू के साथ मुलाकात की है. शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक के इतर ये द्विपक्षीय वार्ता हुई है. 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसा के बाद दोनों देश के रक्षा मंत्रियों की ये पहली बैठक है. मुलाकात में राजनाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया है कि दोनों देशों के बीच संबंध कैसे रहते हैं, उनका कैसे विकास होता है, ये इस बात पर निर्भर

Vikrant Shekhawat : Apr 27, 2023, 09:52 PM
India China Clash: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में चीन के रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू के साथ मुलाकात की है. शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के रक्षा मंत्रियों की बैठक के इतर ये द्विपक्षीय वार्ता हुई है. 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसा के बाद दोनों देश के रक्षा मंत्रियों की ये पहली बैठक है. मुलाकात में राजनाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया है कि दोनों देशों के बीच संबंध कैसे रहते हैं, उनका कैसे विकास होता है, ये इस बात पर निर्भर करता है कि बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच शांति रहे.

रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों देशों के बीच जो भी मुद्दे हैं, उनका समाधान दोनों देशों के बीच मौजूद समझौतों और कमिटमेंट्स के अनुसार होना चाहिए. दोनों मंत्रियों ने सीमा विवादों और दोनों देशों के संबंधों पर खुलकर चर्चा की.

राजनाथ ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत और चीन के बीच जो भी समझौते हुए हैं, उनके उल्लंघन से दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ा है. वहीं दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक के बाद भारत के CDS लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान ने कहा कि भारत एलएसी पर अपनी स्थिति को लेकर कायम है.

चीन के रक्षा मंत्री 28 अप्रैल को हो रही SCO रक्षा मंत्रियों के बैठक में भाग लेने के लिए भारत दौरे पर हैं. सीमा पर जारी तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर पर बातचीत लगातार हो रही है. हाल ही में दोनों के बीच कोर कमांडर लेवल की 18वीं बैठक हुई. इसमें सहमति बनी कि पूर्वी लद्दाख में सीमा पर जो भी मुद्दे बाकी हैं, उन्हें जल्द से जल्द सुलझाने की दिशा में काम किया जाएगा.

पिछले साल अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी दोनों देशों के सेनाओं के बीच झड़प हुई थी. तब चीन की तरफ से घुसपैठ की कोशिश हुई थी. भारतीय सैनिकों ने उन्हें रोका और वापस खदेड़ दिया. चीन भारत के साथ सीमा विवादों को सुलझाने की बात करता है, लेकिन बॉर्डर पर उसकी गतिविधियां उकसाने वाली होती हैं. भारत का स्पष्ट मानना है कि जब तक सीमा पर अमन और चैन के हालात नहीं बनते हैं, तब तक चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं हो सकते.