Vikrant Shekhawat : May 28, 2021, 07:59 PM
India-China | पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) को लेकर कई महीनों तक चीन के साथ चले तनाव के बाद एक बार फिर से पड़ोसी देश नापाक हरकत करने लगा है। चीन भारतीय सीमा के पास बड़ी संख्या में हथियार इकट्ठे कर रहा है, जिसके बाद दोनों देशों के बीच गतिरोध और बढ़ने के आसार लगाए जाने लगे हैं। मालूम हो कि हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया था कि चीन ने एलएसी के पास बंकर बनाए हैं। वहीं, इन सबके बीच, भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने भी लद्दाख का शुक्रवार को दौरा किया और सेना की तैयारियों की समीक्षा की।चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स का हवाला देते हुए, एशिया टाइम्स ने बताया कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने मोबाइल हिट-एंड-रन फायरिंग पोजीशन का संचालन करने के लिए नए स्व-चालित रैपिड-फायर मोर्टार की तैनाती की घोषणा की है। मोर्टार इस क्षेत्र में चीनी सेना द्वारा लाया गया चौथा वीपेन सिस्टम है। इससे पहले, पीएलए वहां पर 122-मिलीमीटर कैलिबर स्व-चालित होवित्जर, बख्तरबंद असॉल्ट वाहनों और लंबी दूरी के कई रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की तैनाती कर चुका है। मिसाइल सिस्टम और रॉकेट आर्टिलरी की पहचान HQ-17A फील्ड एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम और PHL-11 122mm कैलिबर सेल्फ प्रोपेल्ड मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम के रूप में की गई है।हालांकि, हथियारों के लॉजिस्टिक बोझ से बड़ी मात्रा में मोर्टार हथियारों को उच्च ऊंचाई तक ले जाने में मुश्किल हो सकती है। फिर चाहे वे हेलीकॉप्टरों द्वारा हवा से ही क्यों न गिराए गए हों। मालूम हो कि पिछले हफ्ते विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि सीमा पर तनाव के बाद चीन के साथ भारत के संबंध चौराहे पर है और इसकी दिशा इस बात पर निर्भर करती है कि चीनी पक्ष आम सहमति का पालन करेगा या नहीं और क्या वह दोनों देशों के बीच हुए द्विपक्षीय समझौतों पर अमल करेगा, यह भी काफी महत्वपूर्ण रहेगा।गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स आदि पर चल रही भारत-चीन की बातपिछले दिनों कई दौर की बातचीत के बाद भारत और चीनी सेना ने लद्दाख में पैंगोंग सो लेक के दो क्षेत्रों से डिसएंगेज किया था। अभी दोनों ही सेनाओं के बीच में गोगरा हाइट्स, हॉट स्प्रिंग्स और डेप्सांग समेत अन्य आमने-सामने वाली जगहों को लेकर बातचीत चल रही है। पिछले एक साल से ही चीन पू्र्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध करने में जुटा हुआ है। हालांकि, भारत ने हर बार चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया है। पिछले साल जून महीने में गलवान घाटी में भारत-चीन के जवानों के बीच हिंसक झड़प भी देखी गई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, चीन के भी कई जवान मारे गए थे, लेकिन उसने कभी भी अपनी आधिकारिक संख्या का ऐलान नहीं किया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि तकरीबन 45 जवान चीन के इस झड़प में मारे गए थे।वायुसेना प्रमुख ने किया लद्दाख का दौरावहीं, भारतीय वायुसेना प्रमुख (IAF) ने चीन के साथ तनाव के बीच में लद्दाख का दौरा किया और सेना की तैयारियों का जायजा लिया। इस समय चीनी सेना एलएसी के विपरीत अपने क्षेत्र में सैन्य अभ्यास कर रही हैं, जिस वजह से वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया का शुक्रवार को लेह का किया गया दौरा काफी अहम माना जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि वायुसेना प्रमुख को उस क्षेत्र में भारतीय सेना द्वारा की गई तैयारियों के बारे में ब्रीफिंग दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि भदौरिया को भारतीय सेना और वहां अर्धसैनिक बलों के सपोर्ट में हवाई रख-रखाव अभियानों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई है।