Ambani-Adani News / चीन का वायरस अंबानी-अडानी के 52 हजार करोड़ रुपए खा गया, ये रहा सुबूत

भारत के अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की कुल दौलत में चीन के वायरस एचएमपीवी के कारण 52 हजार करोड़ रुपए से अधिक की गिरावट आई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, दोनों की नेटवर्थ में क्रमशः 22 हजार करोड़ और 30 हजार करोड़ रुपए की कमी आई है, जो शेयर बाजार में गिरावट के कारण हुई।

Vikrant Shekhawat : Jan 07, 2025, 05:00 PM
Ambani-Adani News: भारत के टॉप 20 अमीरों में शामिल, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी, जिनकी संपत्ति ने दुनिया भर में एक बड़ा नाम कमाया है, इन दिनों एक बड़े आर्थिक झटके का सामना कर रहे हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, इन दोनों अरबपतियों की संयुक्त दौलत में 52 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की कमी आई है। इस भारी गिरावट का मुख्य कारण चीन का एक नया वायरस "एचएमपीवी" (Human Metapneumovirus) माना जा रहा है, जिसने वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मचा दी है।

मुकेश अंबानी की दौलत में गिरावट

मुकेश अंबानी, जो एशिया के सबसे अमीर कारोबारी हैं, उनकी दौलत में ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार 2.59 अरब डॉलर (लगभग 22 हजार करोड़ रुपए) की कमी आई है। इसके बाद उनकी कुल नेटवर्थ 90.5 अरब डॉलर तक पहुंच गई है। 2025 के पहले कुछ दिनों में ही उनकी दौलत में 119 मिलियन डॉलर (करीब 1,000 करोड़ रुपए) की और कमी देखी गई। इस गिरावट का कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट बताई जा रही है। इस कारण मुकेश अंबानी अब दुनिया के 17वें सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं।

गौतम अडानी की नेटवर्थ में गिरावट

दूसरी तरफ, गौतम अडानी की संपत्ति में भी भारी गिरावट देखने को मिली है। अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में सोमवार को बड़ी गिरावट आई, जिसके चलते उनकी दौलत में 3.53 अरब डॉलर (लगभग 30 हजार करोड़ रुपए) की कमी आई। इस गिरावट के बाद उनकी कुल नेटवर्थ 74.5 अरब डॉलर रह गई है। 2025 के पहले कुछ दिनों में ही उनकी संपत्ति में 4.21 अरब डॉलर की कमी आई।

चीन के वायरस का असर

यह सब संकट चीन के वायरस एचएमपीवी के कारण हुआ है, जो ने वैश्विक बाजारों में भय और अस्थिरता पैदा कर दी है। इस वायरस ने खासतौर पर एशिया में शेयर बाजारों को प्रभावित किया, जबकि अमेरिका और यूरोप में इसका असर सीमित रहा। परिणामस्वरूप, दोनों भारतीय अरबपतियों की दौलत में इतनी भारी गिरावट आई, और ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया के अरबपतियों में मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की दौलत में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई।

एक गंभीर चेतावनी

यह घटनाक्रम यह दर्शाता है कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियाँ और वायरस जैसी घटनाएँ न केवल कंपनियों और देशों को प्रभावित करती हैं, बल्कि इससे व्यक्तिगत संपत्तियाँ भी असुरक्षित हो सकती हैं। खासकर जब कारोबारी साम्राज्य वैश्विक स्तर पर फैले होते हैं। मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के उदाहरण से यह साबित होता है कि आर्थिक स्थिति में अचानक बदलाव हो सकता है, जो किसी के भी अनुमान के परे हो।

निष्कर्ष

भारत के सबसे बड़े कारोबारी मुकेश अंबानी और गौतम अडानी को इस समय अपनी दौलत में एक बड़ा झटका लगा है। हालांकि, यह घटना केवल इन दोनों तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे यह स्पष्ट होता है कि वैश्विक संकट, जैसे चीन के वायरस का प्रभाव, दुनिया भर के बड़े व्यापारियों और निवेशकों पर पड़ेगा। ऐसे में भविष्य में बाजारों पर निगरानी और सतर्कता बनाए रखना और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।