News18 : Sep 15, 2020, 04:20 PM
नई दिल्ली। बीते कुछ समय के दौरान भारत ने कई चीनी ऐप्स को देश की अखंडता और संप्रभुता पर खतरा बताते हुए बैन किया है। अब तक 200 से ज्यादा ऐप्स (Chinese Apps Ban) पर कार्रवाई की जा चुकी है। अब खबर आ रही है कि चीनी कंपनी अलीबाबा (Chinese technology group Alibaba) भारतीय यूजर्स (Indian Users) का डेटा चुरा रही है। मामले में जल्दी की जांच (Probe) शुरू की जा सकती है।
क्या कहते हैं इंटेलिजेंस सूत्रदेश के टॉप इंटेलिजेंस सूत्रों ने न्यूज़18 को बताया है कि कम से कम देश के 72 सर्वर्स से भारतीय यूजर्स का डेटा चीन को भेजा जा रहा है। और इन सभी सर्वर्स का मुख्य केंद्र चीनी कंपनी अलीबाबा के क्लाउड डेटा सर्वर हैं। अधिकारियों का कहना है कि अलीबाबा के क्लाउड डेटा सर्वर्स काफी मशहूर हैं क्योंकि ये यूरोपीय सर्वर्स के मुकाबले किफायती कीमत में सर्विस मुहैया कराते हैं।
कैसे ट्रैप में लेती है कंपनीसूत्रों के मुताबिक अलीबाबा द्वारा भारत में ऑपरेट किए जा रहे 72 सर्वर्स को चिन्हित किया गया है जो डेटा चीन भेज रहे हैं। कहा जा रहा है कि ये चीनी प्रशासन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। इंटेलिजेंस सूत्रों का कहना है कि व्यावसायियों को ठगने के लिए ये सर्वर्स कई सुविधाएं बेहद कम दाम पर देते हैं। एक बार जब इनके पास कंपनियों और यूजर्स का संवेदशनशील डेटा आ जाता है, तो फिर इस डेटा चीन भेजा जाता है।शुरू हो सकती है बड़ी जांचअब कहा जा रहा है कि डेटा चोरी के मद्देनजर बड़ी जांच शुरू की जा सकती है। सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस अखबार में प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी चीन की साइबर रणनीतियों के बारे में चर्चा की गई है।
टिकटॉक, वी-चैट, यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज जैसे कई ऐप्स पर प्रतिबंधइससे पहले केंद्र सरकार ने गलवान घाटी में सीमा विवाद के बाद चीन के 106 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसमें शॉर्ट वीडियो ऐप्स टिकटॉक, वी-चैट, यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज जैसे ऐप्स शामिल थे। इस तरह अब तक चीन से जुड़े कुल 224 मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लग चुका है। सरकार का दावा था कि ये सभी ऐप्स कुछ इस तरह की गतिविधियों में शामिल थे, जिससे देश की संप्रभुता और अखंडता, देश की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था आदि के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता था।
क्या कहते हैं इंटेलिजेंस सूत्रदेश के टॉप इंटेलिजेंस सूत्रों ने न्यूज़18 को बताया है कि कम से कम देश के 72 सर्वर्स से भारतीय यूजर्स का डेटा चीन को भेजा जा रहा है। और इन सभी सर्वर्स का मुख्य केंद्र चीनी कंपनी अलीबाबा के क्लाउड डेटा सर्वर हैं। अधिकारियों का कहना है कि अलीबाबा के क्लाउड डेटा सर्वर्स काफी मशहूर हैं क्योंकि ये यूरोपीय सर्वर्स के मुकाबले किफायती कीमत में सर्विस मुहैया कराते हैं।
कैसे ट्रैप में लेती है कंपनीसूत्रों के मुताबिक अलीबाबा द्वारा भारत में ऑपरेट किए जा रहे 72 सर्वर्स को चिन्हित किया गया है जो डेटा चीन भेज रहे हैं। कहा जा रहा है कि ये चीनी प्रशासन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। इंटेलिजेंस सूत्रों का कहना है कि व्यावसायियों को ठगने के लिए ये सर्वर्स कई सुविधाएं बेहद कम दाम पर देते हैं। एक बार जब इनके पास कंपनियों और यूजर्स का संवेदशनशील डेटा आ जाता है, तो फिर इस डेटा चीन भेजा जाता है।शुरू हो सकती है बड़ी जांचअब कहा जा रहा है कि डेटा चोरी के मद्देनजर बड़ी जांच शुरू की जा सकती है। सोमवार को इंडियन एक्सप्रेस अखबार में प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी चीन की साइबर रणनीतियों के बारे में चर्चा की गई है।
टिकटॉक, वी-चैट, यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज जैसे कई ऐप्स पर प्रतिबंधइससे पहले केंद्र सरकार ने गलवान घाटी में सीमा विवाद के बाद चीन के 106 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसमें शॉर्ट वीडियो ऐप्स टिकटॉक, वी-चैट, यूसी ब्राउजर, यूसी न्यूज जैसे ऐप्स शामिल थे। इस तरह अब तक चीन से जुड़े कुल 224 मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लग चुका है। सरकार का दावा था कि ये सभी ऐप्स कुछ इस तरह की गतिविधियों में शामिल थे, जिससे देश की संप्रभुता और अखंडता, देश की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था आदि के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता था।