Vikrant Shekhawat : Jun 15, 2021, 04:43 PM
नई दिल्ली: एलजेपी (LJP) के अध्यक्ष पद से चिराग पासवान (Chirag Paswan) को हटा दिया गया है। चिराग पासवान ने 4 बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। बैठक में बड़ा फैसला लिया जा सकता है। बागी सांसदों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। चिराग पासवान और उनके समर्थक अब आर-पार के मूड में हैं। चिराग पासवान ने भारी मन से अब आगे की कार्रवाई का मन बना लिया है।
सूरजभान सिंह LJP के नए कार्यकारी अध्यक्षचिराग पासवान (Chirag Paswan) को एलजेपी (LJP) के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सूरजभान सिंह (Suraj Bhan Singh) को नया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। चिराग पासवान को भाई प्रिंस की गद्दारी से गहरा आघात पहुंचा है। चिराग को चाचा की हरकतों पर आश्चर्य नहीं लेकिन प्रिंस का साथ देना उनके लिए सबसे ज्यादा दुख पहुंचाने वाला है। जिन लोगों को दूसरी पार्टियों ने कभी पूछा नहीं ऐन मौके पर टिकट देकर उन लोगों को चिराग पासवान ने सांसद बना दिया। महबूब अली कैसर और चंदन सिंह और वीना सिंह इसके जीते जागते सबूत हैं। होली के समय ही चिराग पासवान ने छह पन्नों का पत्र लिखकर पशुपति पारस से तमाम मसलों पर गिले शिकवे दूर करने की कोशिश की थी।चिराग ने बयां किया दर्दपार्टी में चल रही खींचतान के बीच चिराग ने ट्विटर के जरिए दर्द बयां किया है। चिराग ने ट्वीट किया है, 'पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा। पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं। एक पुराना पत्र साझा करता हूं।'
सूरजभान सिंह LJP के नए कार्यकारी अध्यक्षचिराग पासवान (Chirag Paswan) को एलजेपी (LJP) के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सूरजभान सिंह (Suraj Bhan Singh) को नया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। चिराग पासवान को भाई प्रिंस की गद्दारी से गहरा आघात पहुंचा है। चिराग को चाचा की हरकतों पर आश्चर्य नहीं लेकिन प्रिंस का साथ देना उनके लिए सबसे ज्यादा दुख पहुंचाने वाला है। जिन लोगों को दूसरी पार्टियों ने कभी पूछा नहीं ऐन मौके पर टिकट देकर उन लोगों को चिराग पासवान ने सांसद बना दिया। महबूब अली कैसर और चंदन सिंह और वीना सिंह इसके जीते जागते सबूत हैं। होली के समय ही चिराग पासवान ने छह पन्नों का पत्र लिखकर पशुपति पारस से तमाम मसलों पर गिले शिकवे दूर करने की कोशिश की थी।चिराग ने बयां किया दर्दपार्टी में चल रही खींचतान के बीच चिराग ने ट्विटर के जरिए दर्द बयां किया है। चिराग ने ट्वीट किया है, 'पापा की बनाई इस पार्टी और अपने परिवार को साथ रखने के लिए किए मैंने प्रयास किया लेकिन असफल रहा। पार्टी मां के समान है और मां के साथ धोखा नहीं करना चाहिए। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि है। पार्टी में आस्था रखने वाले लोगों का मैं धन्यवाद देता हूं। एक पुराना पत्र साझा करता हूं।'