दुनिया / जलवायु परिवर्तन के खिलाफ आवाज उठाने वाली ग्रेटा थनबर्ग ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की ये खास अपील

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी अभी जोर शोर से चल रही है इस बीच जलवायु परिवर्तन के खिलाफ आवाज उठाने वाली स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लोगो से जो बिडेन को वोट देने के लिए कहा है. ग्रेटा का कहना है कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए आगामी अमेरिकी चुनाव का परिणाम अहम है.

Vikrant Shekhawat : Oct 11, 2020, 09:10 AM
स्टॉकहोम: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी अभी जोर शोर से चल रही है इस बीच जलवायु परिवर्तन के खिलाफ आवाज उठाने वाली स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में लोगो से जो बिडेन को वोट देने के लिए कहा है. ग्रेटा का कहना है कि जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए आगामी अमेरिकी चुनाव का परिणाम अहम है.

17 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने अपने एक ट्वीट में लिखा, "मैं पार्टीगत राजनीति में कभी भी शामिल नहीं होती. लेकिन आगामी अमेरिकी चुनाव इन सबसे परे हैं. एक जलवायु के नजरिए से यह काफी दूर है और आप में से कई ने अन्य उम्मीदवारों का समर्थन किया है. लेकिन, मेरा मतलब है... आप जानते हैं... सब एक हो जाओ और सभी बिडेन को वोट दें"

ग्रेटा थनबर्ग की बातों को डोनाल्ड ट्रंप कर चुके हैं खारिज

बता दें, डोनाल्ड ट्रंप जलवायु परिवर्तन की चेतावनी और ग्रेटा थनबर्ग की बातों को पहले खारिज कर चुके हैं. दिसंबर 2019 में थनबर्ग को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुस्से पर काबू रखने और दोस्तों के साथ पुरानी फिल्में देखने की नसीहत दी थी. जिसकी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई थी. ट्रंप ने ये नसीहत ग्रेटा को ट्वीट के जरिए दी है. उनका ये ट्वीट तब आया जब ग्रेटा को टाइम पत्रिका द्वारा ‘पर्सन ऑफ द इयर 2019’ के लिए चुना गया था.

ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा था, "यह बुरा है. ग्रेटा, अपने गुस्से को काबू करो और फिर अपने दोस्त के साथ कोई पुरानी अच्छी फिल्म देखने जाओ. इसके बाद उन्होंने लिखा कि शांत ग्रेटा...शांत."

ग्रेटा एक जलवायु कार्यकर्ता हैं. स्वीडन की संसद के सामने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अकेले प्रदर्शन करने के लिए पहली बार चर्चा में आई थीं. जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में ग्रेटा ने ग्लोबल वार्मिंग को नियंत्रित करने में विफल होने के लिए "आपकी हिम्मत कैसे हुई (हाउ डेयर यू)" के शीर्षक वाले अपने वक्तव्य से दुनिया के नेताओं पर विश्वासघात का आरोप लगाया था. ग्रेटा ऑटिज्म से संबंधित एस्पर्जर सिंड्रोम से पीड़ित हैं.