Vikrant Shekhawat : Aug 27, 2022, 10:27 PM
Jharkhand Politics: झारखंड (jharkhand) में इस वक्त जबरदस्त सियासी हंगामा चल रहा है. सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) अपने विधायकों के साथ लतरातू डैम (Latratu Dam) से बस (Bus) के जरिए रांची (Ranchi) लौट रहे हैं. एबीपी के रिपोर्टर ने विधायकों के बस जरिए वापस लौटने की खबर को सबसे पहले दिखाया. तीन बसों में भरकर सभी विधायकों को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) भी निकले हैं. मुख्यमंत्री का पूरा सुरक्षा काफिला भी बसों के साथ निकला है. हेमंत सोरेन की मुख्यमंत्री की कुर्सी जाने की संभावना को देखते हुए विधायकों को बचाने के लिए रिसॉर्ट में शिफ्ट करने की कोशिश कर रहे हैं. शनिवार को हेमंत ने रांची के सीएम आवास पर एक अहम बैठक बुलाई गई थी. विधायक इस मीटिंग में शामिल होने के लिए अपना सामान साथ लेकर आए थे. बता दें कि इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि प्रदेश की गठबंधन सरकार के विधायकों को छत्तीसगढ़ या पश्चिम बंगाल में ठहराया जा सकता है. दोनों राज्यों में गैर-बीजेपी सरकारें हैं. तीन लग्जरी बसें विधायकों और सुरक्षाकर्मियों को सड़क मार्ग से पहुंचाने के लिए रांची भी पहुंचीं थी. उनकी सुरक्षा में भी कुछ गाड़ियां भी लगाई गई थी.बीजेपी अपनी भाषा समझती हैः सुप्रियो भट्टाचार्यझामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमारे सभी विधायकों को ‘पतरातू’ जाना था, लेकिन जानबूझकर हम उन्हें खूंटी जिले में ‘लतरातू’ घुमाने ले गये क्योंकि भाजपा उसी की भाषा समझती है. उन्होंने आगे कहा कि झारखंड में सत्ताधारी गठबंधन के 45 विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में खूंटी स्थित पिकनिक स्पॉट ‘लतरातू’ घूमकर वापस रांची रवाना, रात सात बजे मुख्यमंत्री आवास पर महागठबंधन के सभी विधायकों की बैठक होगी. उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री आवास पर शाम सात बजे से होने वाली बैठक में मुख्यमंत्री सोरेन, कांग्रेस की झारखंड इकाई के प्रभारी अविनाश पांडेय भी उपस्थित रहेंगे. कांग्रेस ने साधा बीजेपी पर निशानाकांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडेय ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा . गैर-भाजपा शासित राज्यों की सरकारों को आतंकित कर देश में अघोषित आपातकाल की स्थिति बनायी जा रही है जो देश के लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है. झारखंड के मुख्यमंत्री आवास पर सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों की बैठक से पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा कि झारखंड में हमारी सरकार को तोड़ने की कोशिश की जा रही है लेकिन गठबंधन एकजुट है और सरकार को कोई खतरा नहीं है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि कांग्रेस की झारखंड इकाई के प्रभारी अविनाश पांडेय रांची पहुंचे, सत्ताधारी महागठबंधन के सभी विधायकों की समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री आवास पर अब रात साढ़े आठ बजे से होगी.तीन बार बुलाई जा चुकी है विधायकों की बैठकदरअसल, हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के एक विधायक (MLA) के तौर पर अयोग्य होने का खतरा पैदा हो गया है. वहीं, उभरते परिदृश्य से निपटने के लिए रणनीतिक तैयारी (strategic preparation) के मद्देनजर सत्तारूढ़ गठबंधन (Ruling Coalition) के विधायकों की तीन बार बैठक बुलाई जा चुकी है. राजभवन सूत्रों ने कहा कि राज्यपाल रमेश बैस शनिवार को भारत निर्वाचन आयोग को विधायक के रूप में सोरेन की अयोग्यता का आदेश भेज सकते हैं.